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Ghumnam Gautam
White नयन के गाँव नैनों का कोई पैग़ाम आया तो! तुम्हारे सिक्त अधरों पर हमारा नाम आया तो! कि तय है रास की रचना पुनः इस पुण्य भारत में कलुष हरने को राधा सँग कोई घनश्याम आया तो ©Ghumnam Gautam #Thinking #घनश्याम #पुण्य #ghumnamgautam
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read moreअदनासा-
HARSHIT369
यहां तो दूर दूर तक कोई नही ना साथ चलने वाला,ना बाते करने वाला यही सायद जीवन का सत्य है.. जीवन मे हम लोग अकेले आते हैं और अकेले जाते हैं.. कोई भी कुछ भी साथ नही लेकर जाता ना ही कोई रिस्तेदार,भाई बन्धू काम आता है ना हि कोई बिवी बच्चे साथ आते हैं हमारे अच्छे कर्म हि हमारे साथ आते है पाप छोड़ो पुन्य कर्म करो !! ©Shreehari Adhikari369 #पुण्य करो
#पुण्य करो
read more'मनु' poetry -ek-khayaal
Balwant Mehta
मीठी वाणी अक्सर औरों का खून बढ़ाती रक्तदान सा यह कर्म पुण्य लाभ दिलाती । ©Balwant Mehta #MainAurChaand #मीठीवाणी #पुण्य #लाभ
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read moreमेरे ख़यालात.. (Jai Pathak)
हमारे कृत्य से किसी को हानि और दुःख नहीं होना चाहिए यही पुण्य है। दूसरों को और स्वयं को ख़ुश रखना सबसे बड़ा पुण्य है। ©जागृती.. (जय पाठक) #पुण्य
Pradyumn awsthi
पुण्य की जड़ पाताल तक लेकिन लोभ की जड़ केवल अस्पताल तक ही होती है ©"pradyuman awasthi" #पुण्य और लोभ
#पुण्य और लोभ
read moreUjjawal Abhishek
कैसा भी पापी हो उसके भी जीवन में पुण्य के क्षण हैं । कितना भी बड़ा पुण्यात्मा हो उसके भी संचय में पाप के कण हैं । #पाप #पुण्य
Vandana
वैसे किसी को ज्ञान की बातें अच्छी लगती नहीं,, सब अपने ही एक्सपीरियंस पर चलते है,, पर फिर भी चलते फिरते एक ज्ञान बांट दू,,,, कभी-कभी हम अपनी छोटे-छोटे कर्मों से भी बहुत बड़े पाप कर देते हैं। जैसे घर में कभी कांच फूट जाए तो उसे खुले में फेंक देना अगर वह कांच किसी को चुभ गया है या किसी का पैर कट गया है किसी जानवर का नुकसान हो गया जो उस वक्त उसको कराहा निकलेगी या दर्द उठेगा तो वह इनडायरेक्टली तुम तक पहुंच जाएगा यह बुरा कर्म हुआ। कभी कचरे को खुलेआम फेंक देना और पन्नी मैं खाना बंद करके खुलेआम फेंक देना उस खाने को गाय पन्नी समेत खा जाती है वह बेचारी अबोध वह अनजाने में ही पन्नी को पेट में डालती है जो पन्नी कभी पचती नहीं और
कभी-कभी हम अपनी छोटे-छोटे कर्मों से भी बहुत बड़े पाप कर देते हैं। जैसे घर में कभी कांच फूट जाए तो उसे खुले में फेंक देना अगर वह कांच किसी को चुभ गया है या किसी का पैर कट गया है किसी जानवर का नुकसान हो गया जो उस वक्त उसको कराहा निकलेगी या दर्द उठेगा तो वह इनडायरेक्टली तुम तक पहुंच जाएगा यह बुरा कर्म हुआ। कभी कचरे को खुलेआम फेंक देना और पन्नी मैं खाना बंद करके खुलेआम फेंक देना उस खाने को गाय पन्नी समेत खा जाती है वह बेचारी अबोध वह अनजाने में ही पन्नी को पेट में डालती है जो पन्नी कभी पचती नहीं और
read moreAnkit
पाप से कुछ वृद्धि हुए ! कुछ पुण्य से गिर गए ! #पाप #पुण्य #yqbaba