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Best दक्षिण Shayari, Status, Quotes, Stories

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MohammedJavid CHAUHAN

Best dress collection #जंग #पंख #दक्षिण

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A, s , jaan

#ddlj सोंग सायरी मस्त सायरी #लंबी #हँसते #दक्षिण

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Right To Shiksha

#जब मोल में गाड़ी खरीदने जाते है #शोर्ट्स वायरल वीडियो #शक्ति #शक #वक़्त #दक्षिण #यकीन

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affletig marketing

Shreshtha Sharma

#कोई #नई #दक्षिण #आ #बंद H💘eartखनक H💘eartखनक #evening

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दूरियों से मुरझाये हुए चेहरे नज़दीकियों की दांस्ता बयाँ कर देते हैं।

©Shreshtha Sharma #कोई #नई #दक्षिण #आ #बंद #H💘eartखनक #H💘eartखनक 

#evening

Shreshtha Sharma

लोग  बस इल्जाम लगाते रहंगे... तुम बस अपने संस्कार याद रखना

©Shreshtha Sharma #दक्षिण #गंदे #वंदना #बंदगी #मंच #जो_भी_हो 
#Dark

परवेज आलम

Daksh Jadaun

"इन काली रातों में बस चुपके से
 सर अंधेरे में रखके बीती बातें
याद कर आनेवाले दिन कि
कशमकश से खुद को 
सताके  रात का
दुरुपयोग
करने
जैसा
है।"

©Daksh Jadaun रात
#poem #दक्षिण 

#Darknight

Jaydeep Yadav

कृपया पुरा पढें 🕯🕯 अधूरा_ज्ञान_खतरनाक_होता_है। 33 करोड़ नहीं 33 कोटि देवी देवता हैं हिंदू धर्म में ; कोटि = प्रकार । देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते हैं ।

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 कृपया पुरा पढें 🕯🕯
#अधूरा_ज्ञान_खतरनाक_होता_है।

33 करोड़ नहीं 33 कोटि देवी देवता हैं हिंदू धर्म में ;

कोटि = प्रकार । 
देवभाषा संस्कृत में कोटि के दो अर्थ होते हैं ।

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 1 - धर्मो धारयति प्रजाः आज की बात नहीं है। बात है उस समय की, जब पृथ्वी की केन्द्रच्युति हुई, अर्थात् आज से कई लाख वर्ष पूर्व की। केन्द्रच्युति से पूर्व उत्तर तथा दक्षिण के दोनों प्रदेशों में मनुष्य सुखपूर्वक रहते थे। आज के समान वहाँ हिम का साम्राज्य नहीं था, यह बात अब भौतिक विज्ञान के भू-तत्त्वज्ञ तथा प्राणिशास्त्र के ज्ञाताओं ने स्वीकार कर ली है। पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुवप्रदेश में बहुत बड़ा महाद्वीप था अन्तःकारिक। महाद्वीप तो वह आज भी है।

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8

।।श्री हरिः।।
1 - धर्मो धारयति प्रजाः

आज की बात नहीं है। बात है उस समय की, जब पृथ्वी की केन्द्रच्युति हुई, अर्थात् आज से कई लाख वर्ष पूर्व की। केन्द्रच्युति से पूर्व उत्तर तथा दक्षिण के दोनों प्रदेशों में मनुष्य सुखपूर्वक रहते थे। आज के समान वहाँ हिम का साम्राज्य नहीं था, यह बात अब भौतिक विज्ञान के भू-तत्त्वज्ञ तथा प्राणिशास्त्र के ज्ञाताओं ने स्वीकार कर ली है।

पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुवप्रदेश में बहुत बड़ा महाद्वीप था अन्तःकारिक। महाद्वीप तो वह आज भी है।
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