Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best श्रम Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best श्रम Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about'बाल श्रम पर शायरी', श्रम का धातु रूप, बलात् श्रम का अर्थ, बलात् श्रम in gujarati, बाल श्रम पर कविता,

  • 27 Followers
  • 167 Stories

Shatrughan Devpuria

#beHappy

read more

puja udeshi

#मेहनत #श्रम #POOJAUDESHI Urvashi Kapoor Anshu writer Bhardwaj Only Budana Raj Guru ram singh yadav R K Mishra " सूर्य " Poonam Suyal RAVINANDAN Tiwari GRHC~TECH~TRICKS Babita Kumari

read more

Rajesh vyas kavi

श्रम के पसीने से _ क्या नहीं बनाया मैने।
पूछता हूं आप सभी से क्या सही पाया मैने।।
कुछ मिला न मिला _ छोड़ा नहीं श्रम कभी_
मैं परिश्रमी परिश्रम ही कमाया मैने।।

© Rajesh vyas kavi श्रम दिवस _
#श्रम 
#परिश्रम 
#मेहनत 
#मजदूर 
#मजदूरी 
#कर्म

Kailas Tidke

Anjali Raj

धूप से झुलसे श्रम के सूखे होठों पर मुस्कान जो देखी।
शर्मसार हो गयी वो चिकने चेहरों पर छाई मायूसी।

     #मज़दूरदिवस #अंजलिउवाच #YQdidi #श्रम #मायूसी #मुस्कान

Deepanjali Patel (DAMS)

#श्रम

read more

MADAN LAL

#thought

read more
#अमेरिका के अमेरिका #बनने की एक छोटी सी #कहानी

 
#अब्राहम_लिंकन के पिता #जूते बनाते थे, जब वह #राष्ट्रपति चुने गये तो अमेरिका के अभिजात्य वर्ग को बड़ी ठेस पहुँची!

सीनेट के समक्ष जब वह अपना पहला #भाषण देने खड़े हुए तो एक सीनेटर ने ऊँची आवाज़ में कहा-

#मिस्टर_लिंकन याद रखो कि तुम्हारे पिता मेरे और मेरे परिवार के जूते बनाया करते थे! इसी के साथ सीनेट भद्दे अट्टहास से गूँज उठी! 
#लेकिन_लिंकन_किसी और ही #मिट्टी के बने हुए थे! 

👇👇👇👇👇👇
उन्होंने #कहा कि, मुझे मालूम है कि मेरे पिता जूते बनाते थे! सिर्फ आप के ही नहीं यहाँ बैठे कई माननीयों के जूते उन्होंने बनाये होंगे! वह पूरे #मनोयोग से जूते बनाते थे, उनके बनाये जूतों में उनकी #आत्मा बसती है! अपने काम के प्रति पूर्ण समर्पण के कारण उनके बनाये जूतों में कभी कोई #शिकायत नहीं आयी! क्या आपको उनके काम से कोई शिकायत है? उनका पुत्र होने के नाते #मैं स्वयं भी जूते बना लेता हूँ और यदि आपको कोई शिकायत है तो मैं उनके बनाये जूतों की #मरम्मत कर देता हूँ! मुझे अपने पिता और उनके काम पर #गर्व है!

सीनेट में उनके ये #तर्कवादी भाषण से #सन्नाटा छा गया और इस भाषण को अमेरिकी सीनेट के इतिहास में बहुत #बेहतरीन भाषण माना गया है और उसी भाषण से एक थ्योरी निकली "Dignity of Labour" यानी '#श्रम के #महत्व की #थ्योरी'.

इसका ये #असर हुआ की जितने भी कामगार थे उन्होंने अपने पेशे को अपना #सरनेम बना दिया जैसे कि - कोब्लर, शूमेंकर, बुचर, टेलर, स्मिथ, कारपेंटर, पॉटर आदि।

अमरिका में आज भी श्रम को महत्व दिया जाता है इसीलिए वो दुनिया की सबसे बड़ी #महाशक्ति है।

वहीं हमारे देश भारत में जो श्रम करता है उसका कोई #सम्मान नहीं है वो छोटी जाति का है। यहाँ जो बिलकुल भी श्रम नहीं करता वो ऊंचा है।
जो यहाँ #सफाई करता है, उसे हेय (नीच) समझते हैं और जो गंदगी करता है उसे ऊँचा समझते हैं।
ऐसी गलत मानसिकता के साथ हम दुनिया के नंबर एक देश बनने का #सपना सिर्फ देख तो सकते है, लेकिन उसे पूरा कभी नहीं कर सकते। 
जब तक कि हम श्रम को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखेंगे।जातिवाद और ऊँच नीच का भेदभाव किसी भी राष्ट्र निर्माण के लिए बहुत बड़ी #बाधा है।

©MADAN LAL #thought

अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "

कर्म का श्रम से अनुश्राषय संबंध है
जबकि श्रम का उर्जा से मित्रता

©Anushi Ka Pitara #उर्जा #श्रम 

#Sunrise

Ravishine ⭐✨

#कर्म भूमि की #दुनिया या में #श्रम सभी को करना है #भगवान वान सिर्फ #लकीरें देते है #रंग हमे ही भरना है .. !!

read more

rolisingh

#बाल श्रम निषेध दिवस, जिस उम्र में बच्चों के हाथों में काफी कलम किताब होनी चाहिए, उस उम्र में बच्चे ईट और पत्थर उठाते हैं सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं कूड़े बीनते हैं तब जाकर के अपना पेट पालते हैं, यह बहुत ही शर्मनाक है, ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए हम बच्चों को शिक्षित करें हर हाल में शिक्षा उनके द्वारा उन तक पहुंचाने चाहिए उनको शिक्षित करना चाहिए भारत के नागरिक होने के नाते हम सभी का कर्तव्य है 🙏🙏बाल श्रम करवाना दंडनीय अपराध है #Messageoftheday Santosh yaduvanshi Kavita Dhingana Sonu Chauhan ghan

read more
#बाल #श्रम  #निषेध #दिवस

पढ़ने की है उम्र हमारी
 काम हमें ना भाता है, 
 कर मजदूरी पेट भरे हम 
तू सोया कहां विधाता है, 
 हम नादान उम्र के कच्चे 
खेल नहीं सकते हम बच्चे, 
 क्यों तू हमें रुलाता है
 इससे वंचित कर जाता है, 
पढ़ने की है उम्र हमारी
 काम हमें ना भाता है....
पूछ रहे हम एक सवाल 
क्यों तुझको है नहीं ख्याल, 
क्यों तू मौन हो जाता है 
हम बच्चों को तड़पाता है, 
 पढ़ने की है उम्र हमारी
 काम हमें ना भाता है.... 
थोड़ा उर्मे ज्ञान भरो 
हम बच्चों का  कल्याण करो
 श्रद्धा  से  शीश  झुकाते  हैं
  हृदय  में  तुझे  बसाते हैं, 
 पढ़ने  की  है  उम्र  हमारी 
काम हमें ना भाता है
कर मजदूरी पेट भरे हम
 तू सोया कहां विधाता है!!

©Roli rajpoot #बाल श्रम निषेध दिवस, जिस उम्र में बच्चों के हाथों में काफी कलम किताब होनी चाहिए, उस उम्र में बच्चे  ईट और पत्थर उठाते हैं सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं कूड़े बीनते हैं तब जाकर के अपना पेट पालते हैं, यह बहुत ही शर्मनाक है, ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए हम बच्चों को शिक्षित करें हर हाल में शिक्षा उनके द्वारा उन तक पहुंचाने चाहिए उनको शिक्षित करना चाहिए भारत के नागरिक होने के नाते हम सभी का कर्तव्य है 🙏🙏बाल श्रम करवाना दंडनीय अपराध है
#Messageoftheday  Santosh yaduvanshi Kavita Dhingana Sonu Chauhan ghan
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile