Find the Best बनाती Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutजो मेरी मंजिलों को दिल बनाती है, जो मेरे दिल को दिल बनाती है, जो मेरी मंजिलों बनाती है, बनाती है जो तू, बनाती है,
Ravinder Kumar
💗💝💝💝💝💗 #क्यों #बनाती #हो #रेत का #महल, #एक #दिन खुद #अपने #हाथों #से #मिटाओ #गी,✍ 🌺💞💞💞💞🌺 #आज #कहती #हो #मोहब्बत #है #तुमसे, #कल मेरा #नाम #तक #भूल #जाओगी,,,✍ 🌺💝💞💝💞💝💞🌺 #_____Dogra✍❤💚💙
Ravinder Kumar
💗💝💝💝💝💗 #क्यों #बनाती #हो #रेत का #महल, #एक #दिन खुद #अपने #हाथों #से #मिटाओ #गी,✍ 🌺💞💞💞💞🌺 #आज #कहती #हो #मोहब्बत #है #तुमसे, #कल मेरा #नाम #तक #भूल #जाओगी,,,✍ 🌺💝💞💝💞💝💞🌺 #_____Dogra✍❤💚💙 #Sabse_badi_galti
A.Sakshi
मोहब्बत है क्या चीज़ कभी हक से चुप-चाप हमारे पास चली आती है हमें हँसाती है आसमान मे उड़ने की चाहत जगाती है अपनेपन का अहसास दिलाती है फिर एक दिन बिन शहनाई ब्याह ले जाती है हमे हमसे चुरा कर हमारे दिल मे घर बनाती है और इक दिन खुद से ही जुदा कर देती है ना अपना बनाती है न खुद का होने देती है इस जिंदगी के रेगिस्तान मे बिना मंजिल के भटकने के लिये छोड़ जाती है और कहती है "तुम प्यार नहीं दोस्त हो " ❤️💓💗💞💕💔
❤️💓💗💞💕💔
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मुझे शिकायत है मेरी परछाई से..वो मेरी ठीक ठीक आकृति नहीं बनाती |कभी मेरे कद से छोटी तो कभी मेरे कद से बड़ी तो कभी मेरे दोनों पैरों के इर्द गिर्द एक गोल घेरा बना लिया करती है | मैं उससे छूपने को कभी पेड़ो की ओट में तो कभी दीवारों का सहारा लिया करता हूँ नज़र घुमा कर देखता हूँ तो मेरे सहारे को मुझ से जोड़ एक नई आकृति गढ़ रही होती है| मैं उससे भागता हूँ ,बेतहाशा ,उससे कोशों दूर निकल जाना चाहता हूँ पर हमेशा उसकी जिद्द मेरे पैरों में लिपटी हुई मिलती है| मैंने उससे कई बार कहा ठीक ठीक हिसाब क्यों नहीं लगा लेती ,तुम मुझे ठीक वैसा ही पेश क्यों नहीं करती जैसा मैं हूँ,उसने कुछ नहीं कहा, कभी नहीं कहा, चुप चाप मेरी आकृति बनाती रही| एक दिन मैं गुस्से से घर से नहीं निकला ,आज मैं खुश था कि उससे मुलाकात नहीं होगी तभी खिड़की से झांकती रौशनी का एक टुकड़ा मेरे से आ लगा ,पलट कर देखा तो परछाई दिवार पे एक आकृति लिए हुए,मैं उसके करीब जाने लगा और करीब ,जितना करीब गया वो मुझसे दूर होने लगे,मेरे अंदर एक अजीब सी टिस उठी उसके खो जाने की,मैं समझ नहीं रहा था जिससे इतने दिनों तक भागता रहा उसके खो जाने से मैं दुखी क्यों हूँ!!! मैं भावों का गुणा भाग नहीं करना चाहता था ,मुझे समझ आ गया कि उसका जिद्दीपन मुझे अच्छा लगने लगा है और उससे भागना खुद से भागना है,मैं फुट फुट कर रोने लगा एक बच्चे की तरह..मैं बिलकुल खाली हो जाना चाहता था उस रोज परछाई #RDV19
परछाई #RDV19
read moreAshok kumar sharma Upadhyay
दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं जब देखा नहीं था जब तुमको रोज़ ख्यालों में #तस्वीर बनाती थी चुन लाती थी कुदरत के रंग सभी एहसास से उनको सजाती थी बातों को याद करके तुम्हारी लफ़्ज़ों से चेहरा बनाती थी झूम उठती खुशी से कभी शर्म से पलके झुका जाती थी देखा नहीं था............ ...........#तस्वीर बनाती थी #जीवनसाथी 👫 #Ashok❤️ Vaishali Chauhan Ritika Gupta Puspa Kri Gunjan Anand Tripti Rai #nojoto #love #wife ##poetry #feeling #india
pavel
फूल सी नाजुक खुद को शमशीर बनाती है माँ बच्चों के ख्वाबों की तस्वीर बनाती है कितना टूटती औलाद को कुछ बनाने खातिर माँ हालातों से लड़कर भी तकदीर बनाती है कुछ न हो तो भी भूखा कभी सोने नहीं देती माँ बिना दूध-शक्कर के भी खीर बनाती है फिर मिलतें हर मुकाम से बेधड़क चलकर माँ भीतर हौसलों की ऐसी तासीर बनाती है कहाँ रुकना कहाँ झुकना कहाँ जरूरी है बोलना माँ हर जुबां को इंसानियत की जमीर सिखाती है ऐ खुदा रूठे ना जन्नत किसी नन्हें बच्चे की माँ चली जाए तो लोरियां कौन सुनाती है
Vaibhav Tyagi
मकान को घर बनाती है बेटियां घर को स्वर्ग बनाती है बेटियां पापा की परी होती है बेटियां फूलो सी खुशबू होती है बेटियां मां की सहेली होती है बेटियां घर की नींव होती है बेटियां स्वर्ग से भी सुंदर होती है बेटियां सुंदर से भी सुंदर होती है बेटियां #shayari
shayari
read moreAdhura ishq by raaz
वह हवा में घुली खुशबु की तरह मेरे शाम को ख़ुशनुमा बनाती हैं ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे कर ख़ुद को मेरी नज़रों से बचाती हैं सब से मिलकर भी मिल नहीं पाती न जाने क्यों मुझसे अपनी हर राज़ बतलातीं हैं। शायद वो सबसे अलग है इस जहाँ में, उसकी मासूमियत ही जो उसे औरों से ख़ास बनाती हैं। sayad tum wo hi ❤️❤️
sayad tum wo hi ❤️❤️
read moreAdhura ishq by raaz
वह हवा में घुली खुशबु की तरह मेरे शाम को ख़ुशनुमा बनाती हैं ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे कर ख़ुद को मेरी नज़रों से बचाती हैं सब से मिलकर भी मिल नहीं पाती न जाने क्यों मुझसे अपनी हर राज़ बतलातीं हैं। शायद वो सबसे अलग है इस जहाँ में, उसकी मासूमियत ही जो उसे औरों से ख़ास बनाती हैं। sayad tum wo hi ❤️❤️
sayad tum wo hi ❤️❤️
read morePoonam Tomar
माँ जैसी सरल है हिंदी, क्योंकि वो हमें कहने से पहले सहना सिखाती है भाषा के ज्ञान से ज्ञानवान बनाती है ।।। ये हिंदी ही तो है जो जिन्दगी को सार्थक बनाती है ।।।।। #NojotoQuote