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OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
अब तक सहेज कर रखा है, तुम्हारी हर बात को यादों में, तुम्हारा खत आज भी रखा है, मेरी डायरी में! तुम कितनी भोली थी अब चंचल हो गई हो, बहुत याद आती है तुम्हारी. . . तू रुठती भी थी मुझसे और मैं मनाता भी था, अब आओ -ना फिर से तुम फिर से रुठो और मैं फिर से मनाऊंगा, हर लम्हे , हर किस्से को सहेज रखा है, बहुत याद आती है तेरी, आँखें नम हो जाती है जब भी याद करता हूँ , तुम्हें और तुम्हारी नटखट हरकतों को. ।। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_kota
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
सारा मसला हल हो जाए अगर तुम बात कर लो सारा मसला भी तो यही है कि तुम बात कर लो ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #friends #सारा मसला हल हो जाए अगर तुम बात कर लो सारा मसला भी तो यही है कि तुम बात कर लो ©SangaM #sangam_banna #sangam_kota #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam
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तुम गणित- सी उलझ रही हो मेरी जिंदगी में................. और मैं तुमको................. हिंदी- सी सरल करने में लगा हूँ! ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" तुम गणित- सी उलझ रही हो मेरी जिंदगी में................. और मैं तुमको................. हिंदी- सी सरल करने में लगा हूँ! ©SangaM #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #sangam_banna #sangam_kota Vinod mehra Devesh Dixit
तुम गणित- सी उलझ रही हो मेरी जिंदगी में................. और मैं तुमको................. हिंदी- सी सरल करने में लगा हूँ! ©SangaM #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #sangam_banna #sangam_kota Vinod mehra Devesh Dixit
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ये दिल विल सम्भालकर रखो तुम अपना कहीं मेरे पास आ गया तो लफड़ा हो जायेगा ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #ये दिल विल सम्भालकर रखो तुम अपना #कहीं मेरे पास आ गया तो लफड़ा हो जायेगा #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #sangam_banna #sangam_kota
#ये दिल विल सम्भालकर रखो तुम अपना #कहीं मेरे पास आ गया तो लफड़ा हो जायेगा #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #sangam_banna #sangam_kota
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#OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #sangam_banna #sangam_kota Vinod mehra Devesh Dixit Author kunal kanth
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बड़ी मुश्किलों से तो भुलाया था उसको फिर कोचिंग खुली और वो सामने आ गये ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_banna #sangam_kota #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #zindagikerang
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
मैं थोड़ा व्यस्त क्या हुआ वो मुझको "फरेबी" समझ बैठे मैंने जब उनको याद किया तो वो मुझको "मतलबी" समझ बैठे ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_banna #sangam_kota #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #zindagikerang
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
"जरा इस तरह सोचों" जिसे हम पाना चाहते हैं,जिसे हम लाइक करते हैं, उससे हम महोब्बत करते हैं,प्यार करते हैं,इश्क़ करते हैं! हर वक़्त उसी में डूबे रहते हैं,दिन-रात उसे याद करते हैं, उससे बढकर कोई नहीं होता हैं,हमारी लाइफ में.......! जब हम प्यार करते हैं तो पॉजिटिव एटीट्यूड रखते हैं, अब जरा इस तरह सोचों....... हमारी स्टडी भी तो हमारा लाइफ टाइम साथ देगी, ये REET भी तो हमारी जिंदगी सँवारेगी, क्यों न इसी से महोब्बत कर ले,इसी को सारा वक़्त दे! इसकी आशिक़ी में खो जाये,इसकी चाहत भर ले दिल में, इसे ही अपनी दीवानी बना लें इसकी दीवानगी में खो जाये! अपना पॉजिटिव एटीट्यूड,पॉजिटिव एनर्जी सब लगा दे! एक दिन ये तुम्हारी हो जायेगी और जिंदगी बदल जायेगी! ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #Motivation #sangam_kota #sangam_banna #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #Reet_exam #Books Sunil Lovevanshi Rajesh Meena CHANDRA PRAKASH
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'बचपन वाले खेल' हम जो गुड्डे गुड़ियों वाला खेल खेलते थे सारे रिश्ते -नाते निभाते थे, गुड़ियों की सगाई फिर उनकी शादी वाली धूम, गीत,नृत्य,सजावट सब होता था, बारात आना फेरे करवाना और दुल्हन को विदा करने वाला दृश्य सब के सब याद है मुझे दुल्हन का रूठना पीहर को आना, फिर उसे मनाना। सारा खेल अब भी वैसा का वैसा ही याद है, बहुत याद आता है बचपन।। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #sangam_kota #sangam_banna #SAD
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
"तुम्हारे हिस्से की चाय" तुम्हारे हिस्से की चाय अब मैं ही पी लेता हूँ। अब तुमसे न बात होती है, ना चाय पर मुलाकात होती है। पर हाँ,तुम्हारे हिस्से की चाय तो अब भी बनती है। यूं तन से तो तुम दूर हो सकते हो लेकिन मन से दूर होना इतना आसान थोड़े हैं। प्रेम में कुछ अनबन हो सकती है लेकिन दूर होना ही तो केवल उसका हल नहीं है हिज्र में हश्र क्या होता है? तुम कहाँ समझ पाए हो इसको तुमको तो बस गलतियाँ निकालना आता है। चाय पर तुम तो नहीं होते हो मेरे साथ लेकिन तुम्हारे हिस्से की चाय आज भी टेबल पर होती है, और तुम्हारे गुलाबी होठों से छूने का इंतजार करती है। हाँ, मुझे लगता है कभी इंतजार खत्म होगा, फिलहाल तो तुम्हारे हिस्से की चाय अब मैं ही पी लेता हूँ...।। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_kota #sangam_banna #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #still