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Best झेल Shayari, Status, Quotes, Stories

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तुषार"आदित्य"

वो #इसलिए #तुम्हें #झेल# रहा है। #क्योंकि वो तुमसे #खेल रहा है।

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वो इसलिए तुम्हें झेल रहा है।
क्योंकि वो तुमसे खेल रहा है। #वो #इसलिए #तुम्हें #झेल# रहा है।
#क्योंकि वो तुमसे #खेल रहा है।

Akash Soni

इंसान इतना मजबूत होता है कि, 

अपने पर आई मुसीबत झेल सकता है, 

और 

इतना कमज़ोर होता है कि, 

अपनो पर आई मुसीबत नहीं झेल सकता | #love #life #heart #faith #problems #human

varsha singh

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मेरा दिल बेचैन है, मैं झेल रही हूँ या वो मुझे झेल रहा है ।
ये जिंदगी भी न साहब,अच्छा खेल  रही है।

Sudeep Keshri✍️✍️

#timepass

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अरे पगली मुझे तो तुम्हारे प्यार ने ले डूबा नफरत तो मैं तब भी झेल लेता था अब भी झेल लेता हूँ #timepass

Vicky Khatri

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ये एक सरल चित्र है, लेकिन बहुत ही गहरे अर्थ के साथ।
आदमी को पता नहीं है कि नीचे सांप है और महिला को नहीं पता है कि
आदमी भी किसी पत्थर से दबा हुआ है।

महिला सोचती है: - ‘मैं गिरने वाली हूं और मैं नहींये एक सरल चित्र है, लेकिन बहुत ही गहरे अर्थ के साथ।
आदमी को पता नहीं है कि नीचे सांप है और महिला को नहीं पता है कि
आदमी भी किसी पत्थर से दबा हुआ है।

महिला सोचती है: - ‘मैं गिरने वाली हूं और मैं नहीं चढ़ सकती क्योंकि
साँप मुझे काट रहा है।" 
आदमी अधिक ताक़त का उपयोग करके मुझे ऊपर क्यों नहीं खींचता!

आदमी सोचता है:- "मैं बहुत दर्द में हूं फिर भी मैं आपको उतना ही
खींच रहा हूँ जितना मैं कर सकता हूँ!
आप खुद कोशिश क्यों नहीं करती और कठिन चढ़ाई को पार कर लेती ।
आदमी को ये नहीं पता है कि औरत को सांप काट रहा है ।

नैतिकताः- आप उस दबाव को देख नहीं सकते जो सामने वाला झेल रहा है, और ठीक उसी तरह सामने वाला भी उस दर्द को नहीं देख सकता जिसमें आप हैं।

यह जीवन है, भले ही यह काम, परिवार, भावनाओं, दोस्तों, के साथ हो, आपको एक-दूसरे को समझने की कोशिश करनी चाहिए, अलग
अलग सोचना, एक-दूसरे के बारे में सोचना और बेहतर तालमेल
बिठाना चाहिए।

हर कोई अपने जीवन में अपनी लड़ाई लड़ रहा है और सबके अपने अपने दुख हैं। इसीलिए कम से कम जब हम अपनों से मिलते हैं तब एक दूसरे पर
आरोप प्रत्यारोप करने के बजाय एक दूसरे को प्यार, स्नेह और साथ
रहने की खुशी का एहसास दें, जीवन की इस यात्रा को लड़ने की बजाय
प्यार और भरोसे पर आसानी से पार किया जा सकता है। चढ़ सकती क्योंकि
साँप मुझे काट रहा है।" 
आदमी अधिक ताक़त का उपयोग करके मुझे ऊपर क्यों नहीं खींचता!

आदमी सोचता है:- "मैं बहुत दर्द में हूं फिर भी मैं आपको उतना ही
खींच रहा हूँ जितना मैं कर सकता हूँ!
आप खुद कोशिश क्यों नहीं करती और कठिन चढ़ाई को पार कर लेती ।
आदमी को ये नहीं पता है कि औरत को सांप काट रहा है ।

नैतिकताः- आप उस दबाव को देख नहीं सकते जो सामने वाला झेल रहा है, और ठीक उसी तरह सामने वाला भी उस दर्द को नहीं देख सकता जिसमें आप हैं।

यह जीवन है, भले ही यह काम, परिवार, भावनाओं, दोस्तों, के साथ हो, आपको एक-दूसरे को समझने की कोशिश करनी चाहिए, अलग
अलग सोचना, एक-दूसरे के बारे में सोचना और बेहतर तालमेल
बिठाना चाहिए।

हर कोई अपने जीवन में अपनी लड़ाई लड़ रहा है और सबके अपने अपने दुख हैं। इसीलिए कम से कम जब हम अपनों से मिलते हैं तब एक दूसरे पर
आरोप प्रत्यारोप करने के बजाय एक दूसरे को प्यार, स्नेह और साथ
रहने की खुशी का एहसास दें, जीवन की इस यात्रा को लड़ने की बजाय
प्यार और भरोसे पर आसानी से पार किया जा सकता है।

Neil Sharma

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मैं झेल रहा हूँ उसको ,या वो मुझे झेल रही है l
        ये ज़िन्दगी भी न साहब ,अच्छा खेल खेल रही है l 






                                           एहसास ,कुछ अनकहे

Kuchu Kumari

#हमे #अकेले रेहने का कोई #शौक नही, पर क्या करें, #हमारा #तेवर #झेल सके वो #आज तक #मिली नही !!🤪😎

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 #हमे #अकेले रेहने का कोई #शौक नही, पर क्या करें,
#हमारा #तेवर #झेल सके वो #आज तक #मिली नही !!🤪😎

Arun Sahu

दो लाइन पिता के लिए ।

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हर दुःख हर दर्द को वो हँसकर झेल जाता है ।
हर दुख हर दर्द को वो हँसकर झेल जाता है।
बच्चो पर मुसीबत आती है ।
तो पिता मौत से भी खेल जाता है। दो लाइन पिता के लिए ।

Adbhut Alfaz

अब तो निकाल दे हमे ज़ंजीर-ए-कैद से, 
पत्थर के हो गए हैं गम झेल-झेल कर... #NojotoQuote #पत्थर #गम

RK Raj Chaure

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खडा हु सीना ताणें,
कितने भी वार तुम करना।
हस्ते हस्ते झेल लुंगा सभी,
बस पीठ पे वार मत करणा।
इतनी भी क्या नफरत,
किसी अपने से।
थोडा मोहब्बत का ,
पैगाम तुम देना।
अपने तो सब पलट जाते है,
वक्त के साथ।
पर अब मै सिख गया हु ,
वक्त पे किसीके काम आणा।
खडा हु सीना ताणें,
कितने भी वार तुम करना।
हस्ते हस्ते झेल लुंगा सभी,
बस पीठ पे वार मत करणा।
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