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SONA DEVI
White मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं। पढ़ें पूरी जानकारी: https://bit.ly/3bfafPQ #Premchand #munshipremchand #upanyas #poet ©SONA DEVI #Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता #Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।
#Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।
read moreARTI DEVI(Modern Mira Bai)
White मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं। पढ़ें पूरी जानकारी: https://bit.ly/3bfafPQ #Premchand #munshipremchand #upanyas #poet ©ARTI DEVI(Modern Mira Bai) #Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता #Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।
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read moreAbhiJaunpur
भारत के उपन्यास सम्राट एक सफल लेखक कुशल लेखक जिम्मेदार सम्पादक और संवेदनशील रचनाकार मुंशी प्रेम जी जयंती पर !!शत् शत् नमन!! ©AbhiJaunpur #LIERATURE #munshipremchand #मुंशीप्रेमचंदजयंती #उपन्यास #Premchand #jayanti #BirthDay #writer #God #Good Anupriya Madhusudan Shrivastava Nîkîtã Guptā Swati Anshu writer Anjali Maurya pooja mourya anurag Dubey Priyanshi Negi Sethi Ji
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read moreKapil Kumar
"साम्प्रदायिकता सदैव संस्कृति की दुहाई दिया करती है। उसे अपने असली रूप में निकलने में शायद लज्जा आती है, इसलिए वह उस गधे की भांति, जो सिंह की खाल ओढ़कर जंगल में जानवरों पर रौब जमाता फिरता था, संस्कृति का खोल ओढ़कर आती है।" - मुंशी प्रेमचंद हिंदी के महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर नमन 💐💐 #travelwithkapilkumar #safarnamabykapilkumar #travel_with_kapil_kumar #premchand #munshipremchand
Vishal Dixit
यूँ फुरसत नहीं किसी चेहरे को याद करने की, इक अरसा बीत गया खुद को नफरत सिखाते.. अलग सी भागदौड़ है जिंदगी जनाब, यहाँ मोहब्बत करने के लिए भी नफरतों से लडना पड़ता है.. #yqbaba #yqdidiquotes #poetrycommunity #premchand #instawriters
अलग सी भागदौड़ है जिंदगी जनाब, यहाँ मोहब्बत करने के लिए भी नफरतों से लडना पड़ता है.. #yqbaba #yqdidiquotes #poetrycommunity #Premchand #instawriters
read moreRatan Gupta
RKG Indian Air Force Day World Eyesight Day Munshi Premchand Jay Prakash Narayan Quotes in Hindi By Ratan Gupta Astrologer Yoga Guru Numerologist Vastu Expert Motivational Speaker Science Teacher Acupressure Trainer Meditation NLP Life Coach Health Wealth Happiness Stress Wellness Marriage Love Relationships Family Parenting Child Birth Name Fame Study Foreign Travel Education Partnership Property Finance Money Job Career Business Success Leadership Consultant Script Writer Director Of RG Media Film
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read moreRavi Pandey
मुंशी प्रेमचंद बहुत ही हसमुँख स्वभाव के थे, उनकी हँसी मशहूर थी। एक बार इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान के उपरान्त एक छात्र ने उनसे पूछा- “आपके जीवन की सबसे बङी अभिलाषा क्या है?” प्रेमचंद जी अपनी चिरपरिचित हँसी के साथ बोले- “मेरे जीवन की सबसे बङी अभिलाषा ये है कि ईश्वर मुझे सदा मनहूसों से बचाये रखे।” प्रेमचंद जी 1916 से 1921 के बीच गोरखपुर के नोरमल हाई स्कूल में में असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहे और इसी दौरान “सेवा सदन” सहित चार उपन्यासों की रचना की । #munshipremchand #premchand ©Ravi Pandey