Find the Best संतोष Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसंतोष किसका मूल है, संतोष की कहानी, संतोष कुमार की कथा, संतोष का तत्सम शब्द, संतोष का अर्थ,
niharika nilam singh
जीवन में संतुष्टि क्या है ???... त्वरित व क्षणिक इच्छाओं की पूर्ति !..... फिर ... आनंद क्या है .??.. संतोष का प्रसाद ! ......... ©niharika nilam singh #संतोष #आनन्द #उद्देश्य #Life
Bhavana kmishra
बहुत बहुत आभार सर जी, ऐसे ही अपना सहयोग बनाए रखियेगा 🙏🙏 ©Bhavana kmishra #Nojoto #Hindi #viral #bhavanakmishra #संतोष जी बहुत बहुत आभार 🙏🙏
#Hindi #viral #bhavanakmishra #संतोष जी बहुत बहुत आभार 🙏🙏
read moreDevesh Dixit
संतोष (दोहे) खुश रहता इंसान वह, हो जिसको संतोष। जीवन सुख से बीतता, रहे नहीं है दोष।। भटक रहा इंसान है, घेरे माया जाल। छूटा ये संतोष जो, चलता देखो चाल।। हड़प रहा वह सम्पदा, थामे है हथियार। छूट गया संतोष है, बदल गया व्यवहार।। ग्रहण करे संतोष जो, कहते सभी सुजान। पाप कर्म से दूर हो, तभी मिले सम्मान।। जीवन में संकट बड़े, खोना मत संतोष। इसको खोने से मिले, तुमको ही सब दोष।। .......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #संतोष #दोहे #nojotohindi संतोष खुश रहता इंसान वह, हो जिसको संतोष। जीवन सुख से बीतता, रहे नहीं है दोष।। भटक रहा इंसान है, घेरे माया जाल।
#संतोष #दोहे #nojotohindi संतोष खुश रहता इंसान वह, हो जिसको संतोष। जीवन सुख से बीतता, रहे नहीं है दोष।। भटक रहा इंसान है, घेरे माया जाल।
read morePoonam Ritu Sen
"गरीबी" फुटपाथ पर अपनी जिंदगी बिताता हूँ, काली अंधेरी रात में स्ट्रीट लाइट का आसरा रखता हूँ, खाने के लिये मैं दर-दर भटकता हूँ, जहर बन चुके दूषित खाने को भी अमृत समझ उसका निवाला लेता हूँ, इस भाग दौड़ भरी लोगों की जिंदगी निहार कर, खुद का कुछ पल बिता लेता हूँ, नंगे बदन में फटे कपड़े पहन कर संतोष कर लेता हूँ, जैसे तैसे हर एक दिन गुज़ारता हूँ, नये दिन के उजाले के लिये आज की रात तो ज़िन्दा रहूंगा या नहीं, इसी कशमकश में सारी रात जाग कर बिता देता हूँ, क्या करूँ जनाब! गरीब हूँ, गरीबी से दोस्ती करके अपना जीवन जीया करता हूँ.. "गरीबी" फुटपाथ पर अपनी जिंदगी बिताता हूँ, काली अंधेरी रात में स्ट्रीट लाइट का आसरा रखता हूँ, खाने के लिये मैं दर-दर भटकता हूँ, जहर बन चुके दूषित खाने को भी अमृत समझ उसका निवाला लेता हूँ, इस भाग दौड़ भरी लोगों की जिंदगी निहार कर,
"गरीबी" फुटपाथ पर अपनी जिंदगी बिताता हूँ, काली अंधेरी रात में स्ट्रीट लाइट का आसरा रखता हूँ, खाने के लिये मैं दर-दर भटकता हूँ, जहर बन चुके दूषित खाने को भी अमृत समझ उसका निवाला लेता हूँ, इस भाग दौड़ भरी लोगों की जिंदगी निहार कर,
read moresantosh sharma
।। ग़ज़ल।। मुफ्त में बिक रही हया, नश्ले शक्ल सरेआम हो रहा है, कौन किसे कहें शराबी, जहां पीना खूलेआम हो रहा है। यही है जश्न-ए-आजादी, मिट गया हक ज़मीर -ए-खाक, निज़ाम -ए-सल्तनत को, बदलने का इंतजाम हो रहा है। रंग गया तख्त-ए- शाही, धधकती रही सुबह- ए- शाम, फ़िक्र नही हैसीयत का,खुद से कोई बदनाम हो रहा है। नसीहत नहीं देते सबको ,सबक-ए-जिंदगी से सीख लेते, हुकुमत है अपनी -अपनी,रिस्तों का कत्लेआम हो रहा है। बह रहा 'संतोष' आंधियों मे,कहां जाए मुसाफ़िर ए मन, कल्पनाओं के सफर में,ये तहज़ीबी ब-पैगाम़ हो रहा है। फ़रेब-ए-नज़र से जो, शख़्सियत ए खास ,आम हो गया, जहां देखो इल्म का,हैवानियत से बे-क़याम हो रहा है। --------------संतोष शर्मा कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) तिथि-14/03/2023 नूतन एवं मौलिक रचना। ©santosh sharma #संतोष गजल
#संतोष गजल
read moreMurtaza Ali
खुश रहना और संतोष से रहना!!कोई फर्क है!? बिल्कुल!खुश व्यक्ति तब भी होता है जब उसकी इच्छाएं पूर्ण होती है परंतु संतोष से व्यक्ति उस हाल में भी हो सकता है जब उसके पास दुनिया का आराम न भी हो।तो संतोष पूर्ण भाव है, उत्तम भाव है और संतोष से ही अंतिम सुख प्राप्त हो सकता है क्योंकि सन्तोषी व्यक्ति उस परम शक्ति से आसरा लेता है और उस शक्ति को समर्पित रहता है, जो कि इस सृष्टि को चलाने वाली है। ✍️✍️मुर्तज़ा *शिक्षक दिवस की शुभकामना* #संतोष
Sushant Mishra
सिर्फ अच्छी चाहत शांति सुनिश्चित नहीं करेंगी. संतोष ही एक मात्र वास्तविक दौलत है. सिर्फ अच्छी #चाहत #शांति सुनिश्चित नहीं करेंगी. #संतोष ही एक मात्र #वास्तविक #दौलत है.
दीक्षा
संतोष करना माँ ने कुछ ऐसे सिखाया है हर वो चीज़ जो मैं औरों को ना दें सकूँ, मेरी औकात से बाहर बताया है #माँ #संतोष #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqlove #yqhindi #yqdiary
Kavita Vijaywargiya
संतोषी जीवन की सिर्फ इतनी सी है परिभाषा अपने रब पे रखो सम्पूर्ण विश्वास और आशा बिना कहे ही वो सबकुछ जान लेता है डगमगाते हैं जब हमारे कदम वो आकर थाम लेता है हमारी मुस्कान में छिपे आंसू और आंसूओं में छिपी मुस्कान को वो पल भर में पहचान लेता है कविता #संतोष #रंग_खुशियों_के #rãñg_नए_कलेवर_में #thecolors #collabwithcolors
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read moreWriter1
बहुत संतोष है हमें तुम्हे अपना मान कर। #संतोष #रंग_खुशियों_के #rãñg_नए_कलेवर_में #thecolors #collabwithcolors
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