Find the Best संगमरमर Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसंगमरमर क्या है, संगमरमर कैसे बनता है, संगमरमर १ सल है, संगमरमर है, संगमरमर की मूर्ति मूल्य,
एक इबादत
ऊंचाई पर लगी क्रेने,और अथाह गहराई पहुंच चुका संगमरमर की खदान है यहां, चीटियों के आकार के दिखते है मजदूर भीतर हजारों फीट गहरी है हर एक खदान यहां ऐसे ही चमक नही आती संगमरमर में उसे भी पसीने से चमकाया जाता है...!! #संगमरमर नगरी मकराना
#संगमरमर नगरी मकराना
read moreSujit Kumar Kar
Some memories Decaying gradually Residuals are left Whatever left is now precious संगमरमर से बना जसवंत थड़ा, पार्श्व में मेहरानगढ़ दुर्ग जनपद जोधपुर, राजस्थान क्या आपने मेहरानगढ़ दुर्ग की यात्रा की है? जसवंत थड़ा देखा है? संगमरमर एक प्रकार की श्वेत चट्टान है। दुनिया भर में जहाँ कहीं भी यह पत्थर पाया जाता है, वहाँ स्वाभाविक ही है कि लोगों ने इससे भवन, मूर्ति, महल आदि बनाये हैं। राजस्थान के नागौर ज़िले में स्थित मकराना तहसील, संगमरमर खनन के लिए प्रसिद्ध है। यहीं से प्राप्त संगमरमर से मुमताज़ का मक़बरा ताजमहल और यह थड़ा बना है।
संगमरमर से बना जसवंत थड़ा, पार्श्व में मेहरानगढ़ दुर्ग जनपद जोधपुर, राजस्थान क्या आपने मेहरानगढ़ दुर्ग की यात्रा की है? जसवंत थड़ा देखा है? संगमरमर एक प्रकार की श्वेत चट्टान है। दुनिया भर में जहाँ कहीं भी यह पत्थर पाया जाता है, वहाँ स्वाभाविक ही है कि लोगों ने इससे भवन, मूर्ति, महल आदि बनाये हैं। राजस्थान के नागौर ज़िले में स्थित मकराना तहसील, संगमरमर खनन के लिए प्रसिद्ध है। यहीं से प्राप्त संगमरमर से मुमताज़ का मक़बरा ताजमहल और यह थड़ा बना है।
read moreGumnam Shayar Mahboob
मुझको मामूली पत्थर समझ छोड़ कर जाने वाले वक़्त बदलेगा और हम भी संगमरमर हो जायेंगे मेरा भी वक़्त बदलेगा यार #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob #मामूली #पत्थर #वक्त #संगमरमर #ज़िन्दगी
मेरा भी वक़्त बदलेगा यार #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob #मामूली #पत्थर #वक्त #संगमरमर #ज़िन्दगी
read morewritervinayazad
✍️✍️ खत्म हो जायेंगे ये लोग मोहब्बत करके हंस के जीते हैं मगर जीते हैं ये मर-मर के ✍️✍️ हमने देखे हैं पत्थरों में दिल धड़कते विनय हमने देखे हैं जिगर कितने संगमरमर के ©writervinayazad ✍️✍️ खत्म हो जायेंगे ये लोग मोहब्बत करके हंस के जीते हैं मगर जीते हैं ये मर-मर के ✍️✍️ हमने देखे हैं पत्थरों में दिल धड़कते विनय
✍️✍️ खत्म हो जायेंगे ये लोग मोहब्बत करके हंस के जीते हैं मगर जीते हैं ये मर-मर के ✍️✍️ हमने देखे हैं पत्थरों में दिल धड़कते विनय
read moreOMG INDIA WORLD
#संगमरमर की #तारीफ ना कर #मुझसे तू कहे तो #आँसुओं से #मुहब्बत #लिख दूं....!! #चूमने के लिये #झुक जाएगा #ताजमहल भी, जिस #ज़मीन पर तेरा #नाम #लिख दू...!!! ©OMG INDIA WORLD #संगमरमर की तारीफ ना कर मुझसे तू कहे तो #आँसुओं से #मुहब्बत #लिख दूं....!! #चूमने के लिये झुक जाएगा #ताजमहल भी, जिस #ज़मीन पर तेरा #नाम #लिख दू...!!! #OMGINDIAWORLD
Govind Pandram
दर्द-ए-दिल से सजाकर, मैं गजल लिखने लगा हूँ। सुर्ख से नाजुक लबों को, मैं कमल लिखने लगा हूँ। संगमरमर सा तरासा, हुस्न उसका देखकर ही.. खूबसूरत उस परी को, मैं महल लिखने लगा हूँ। सोचता हूँ हाल-ए-दिल, मैं बता दूँ उस परी को.. जिस परी को जिंदगी की, मैं पहल लिखने लगा हूँ। ©Govind Pandram #संगमरमर 2122, ...., .... 2122, Tarani Nayak(disha Indian). Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" रश्मि सचिन पाठक Asha...#anu Priya dubey
Gulfam Ahmad
#संगमरमर की #तारीफ 👐ना कर मुझसे तु 👉कहे तो #आँसुओं से # मुहब्बत लिख दुं..... #चूमने के लिये झुक जाएगा #ताजमहल भी जिस🚶ज़मीन पर तेरा नाम लिख दू new writer GulfamAhmad
@mehfil.e.gulzar
तज़ुर्बा है मेरा, मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है। संगमरमर पर तो हमने, पाँव फिसलते देखे हैं। #तजुर्बा #मिट्टी #पकड़ #मजबूत #संगमरमर #पाँव #पिसलते #tanishka #mehfil_e_gulzar #mehfil_e_100niG
Ghumnam Gautam
ग़ज़ल """""""""" फ़क़त देखा ख़िज़ाँओं को...... हसीं मंज़र नहीं देखा सनम की आँख में तूने....... उतर कर गर नहीं देखा गिरा जब टूटकर इक ख़्वाब.. फ़सलेअश्क़ उग आई ज़मीने चश्म को मैंने........... कभी बंज़र नहीं देखा सनम को मेरे देखा......... तो कहा था ये मुझे रब ने कसम से,आजतक ऐसा कोई....... पैकर नहीं देखा न जाने क्यों हसीनाएँ........ सजा करतीं हैं गहनों से हो बढ़कर सादगी से वो......... मैंने जेवर नहीं देखा खिला था जो फ़क़त मुस्कान से..... तेरी मिरे दिल में गुलाबो गुल कोई उससे........... मैंने सुंदर नहीं देखा हुआ जो आपका मैं इक दफ़ा.. बस ख़्वाब में हमदम किसी भी और का मैंने........ कभी होकर नहीं देखा वो तो भाभी के पाँवों की.फ़क़त बिछिया को पहचाने लखन की आँख ने इससे....... कभी ऊपर नहीं देखा हमारी उम्र सारी.............. यार पे मरने में गुज़री है नफ़स जब तक चली.. हमने कभी जीकर नहीं देखा ज़मीं को झाड़ सोते हैं.......... नहीं करते गिला कोई हज़ारों हैं जिन्होंने आजतक........ बिस्तर नहीं देखा मोहब्बत खेल है...... छुप्पन-छुपाई का वो कहता है यक़ीनन खेलकर उसने....... कभी चौसर नहीं देखा इज़ाजत हो अगर,.... .तुमको ज़रा-सा छू के मैं देखूँ यकीं मानो कभी मैंने........... सँगेमरमर नहीं देखा #संगमरमर #पैकर #बिस्तर #जेवर #सादगी #सनम #ghumnamgautam
Anil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 3 - भरोसा भगवान का 'वह देखो!' याक की पीठ पर से ही जो कुछ दिखाई पड़ा उसने उत्फुल्ल कर दिया। अभी दिनके दो बजे थे। हम सब चले थे तीर्थपुरी से प्रात: सूर्योदय होते ही, किंतु गुरच्याँग में विश्राम-भोजन हो गया था और तिब्बतीय क्षेत्र में वैसे भी भूख कम ही लगती है। परन्तु जहाँ यात्री रात-दिन थका ही रहता हो, जहाँ वायु में प्राणवायु (आक्सिजन) की कमी के कारण दस गज चलने में ही दम फूलने लगता हो और अपना बिस्तर समेटने में पूरा पसीना आ जाता हो, वहाँ याक क
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