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Best कटोरा Shayari, Status, Quotes, Stories

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Nurul Shabd

Amrit Raj

कभी नाचते कटोरे को देखा है,
वो गाता भी है,
अल्हड़, मस्त किसी बंजारे सा,

कटोरे की इस नाच की खासियत होती है,
या तो वो किसी गुस्से की जद में आया होता है
या फिर किसी गलती का नतीजा,
यूँ खुश हो,
बेधड़क जमीन पे ठुमके लगाना,
उसकी नियति नही,
नियति तो, उदासी है,
किसी कोने में पड़े हो,
बाकी बर्तनों पे लिखे सन्नाटे को पढ़ना,
ये उसकी नियति है

खाली होना उसका उद्देश्य है,
खाली रहना स्वभाव,
जरूरत पे भरा जाता है,
और जो पूरी हुई तो,
फिर खाली,

ये जो चार साल की मुठ्ठी भर लम्हे है
जमीन पर पटक दिए जाने के बाद,
जब वो नाचता है,
अपनी ही धुरी पर,
कभी कमरे का चक्कर भी लगा आता है,
बिना किसी तय कक्षा के,
इन्ही लम्हो में कटोरा, कटोरा होता है,
मलंग कटोरा,
जीता है जब वो खुल कर...!!

सन्नाटे पढ़ रहा हूँ,
पटक दिए जाने के इंतजार में.. #yqdidi #yopowrimo #yqbaba #मलंग #कटोरा

Anamika

#ship#Friendship #थाली में खुद की होता है छेद, #कटोरा लिए घूमते,करते हैं मतभेद #चारलोग की चार कहानी, #उंगली उठाने से बाज न आनी #TulikaGarg

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यूं तो ज्यादा लम्बी नहीं मेरी  Ship,
किंतु दिल से निभाती हूं Friendship..






 



 #Ship#friendship
#थाली में खुद की होता है छेद,
#कटोरा लिए घूमते,करते हैं मतभेद
#चारलोग की चार कहानी,
#उंगली उठाने से बाज न आनी
#tulikagarg

anil kumar y625163

एक लड़की थी। वह बड़ी सुन्दर थी, शरीर उसका पतला था। रंग गोरा था। मुखड़ा गोल था। बड़ी-बड़ी आंखें कटी हुई अम्बियों जैसी थीं। लम्बे-लम्बे काले-काले बाल थे। वह बड़ा मीठा बोलती थी। धीरे-धीरे वह बड़ी हो गई। उसके पिता ने कुल के पुरोहित तथा नाई से वर की खोज करने को कहा, उन दानों ने मिलकर एक वर तलाश किया। न लड़की ने होनेवाले दूल्हे को देखा, न दूल्हे ने होनेवाली दुल्हन को। धूम-धाम से उनका विवाह हो गया। जब पहली बार लड़की ने पति को देखा तो उसकी बदसूरत शकल को देखकर वह बड़ी दु:खी हुई। इसके विपरीत लड़का सुन्द

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एक लड़की थी। वह बड़ी सुन्दर थी, शरीर उसका पतला था। रंग गोरा था। मुखड़ा गोल था। बड़ी-बड़ी आंखें कटी हुई अम्बियों जैसी थीं। लम्बे-लम्बे काले-काले बाल थे। वह बड़ा मीठा बोलती थी। धीरे-धीरे वह बड़ी हो गई। उसके पिता ने कुल के पुरोहित तथा नाई से वर की खोज करने को कहा, उन दानों ने मिलकर एक वर तलाश किया। न लड़की ने होनेवाले दूल्हे को देखा, न दूल्हे ने होनेवाली दुल्हन को। 

धूम-धाम से उनका विवाह हो गया। जब पहली बार लड़की ने पति को देखा तो उसकी बदसूरत शकल को देखकर वह बड़ी दु:खी हुई। इसके विपरीत लड़का सुन्द

Gyani Baba

बाल दिवस Kusum Chauhan रायसाहब

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बाल दिवस की आप सभी को हार्दिक हार्दिक बधाई
लेकिन मैं बाल दिवस तभी सुकून से मना सकता हूं जब कोई भी बच्चा भूख के मारे ना मरे और ना ही उनके हाथों में कटोरा हो जिन हाथों में किताबे और कलम होनी चाहिए खिलौने होने चाहिए उन हाथों में जब मैं कटोरा देखता हूं तो मेरा खून खौल ने लगता है मैं ईश्वर से सिर्फ इतना ही प्रार्थना करता हूं हे भगवान प्रत्येक बच्चे को बच्चे का जीवन जीने का वरदान दें उनसे भीख ना मंगाए बाल दिवस Kusum Chauhan रायसाहब

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 60 - ऊंघ 'राम, दूध पी ले बेटा! तू दूध पीयेगा तो श्याम भी पीयेगा।' माता रोहिणी अपने आगे बैठाये है अपने स्वर्णगौर कुमार को। दाऊ दोनों चरण आधे मोड़े बैठ गया है और उसके दोनों हाथ भी दूध के कटोरे पर हैं, किंतु नेत्र बंद हैं। अलकें बिखरी हैं मुखपर। वह अधर कटोरे पर लगाकर भी ऊंघ रहा है। माता अपने हाथ से कटोरा सम्हाले है और बार-बार स्नेहपूर्वक दूध पी लेने के लिए कह रही है। 'तू दूध पीयेगा तो श्याम भी पीयेगा।' नींद के वेग में भी दाऊ जैसे कुछ न कुछ समझ लेता है इस बात को। उसके अधर हिल जाते

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|| श्री हरि: ||
60 - ऊंघ

'राम, दूध पी ले बेटा! तू दूध पीयेगा तो श्याम भी पीयेगा।' माता रोहिणी अपने आगे बैठाये है अपने स्वर्णगौर कुमार को। दाऊ दोनों चरण आधे मोड़े बैठ गया है और उसके दोनों हाथ भी दूध के कटोरे पर हैं, किंतु नेत्र बंद हैं। अलकें बिखरी हैं मुखपर। वह अधर कटोरे पर लगाकर भी ऊंघ रहा है। माता अपने हाथ से कटोरा सम्हाले है और बार-बार स्नेहपूर्वक दूध पी लेने के लिए कह रही है।

'तू दूध पीयेगा तो श्याम भी पीयेगा।' नींद के वेग में भी दाऊ जैसे कुछ न कुछ समझ लेता है इस बात को। उसके अधर हिल जाते

Neha Mittal

एक बनिये की बाजार में छोटी सी मगर बहुत पुरानी दुकान थी।  . . ऊसकी दुकान के बगल में एक बिल्ली बैठी एक पुराने गंदे कटोरे में दूध पी रही थी।

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एक बनिये की बाजार में छोटी सी मगर बहुत पुरानी दुकान थी। 
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.
ऊसकी दुकान के बगल में एक बिल्ली बैठी एक पुराने गंदे कटोरे में दूध पी रही थी।

Anil Siwach

12 - कलेऊ || श्री हरि: ||

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12 - कलेऊ 
 || श्री हरि: ||

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