Find the Best बचपन_के_वो_दिन Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Andy Mann
White एक बचपन का ज़माना था, जिसमें खुशियों का खज़ाना था; चाहत चाँद को पाने की थी, पर दिल तितली का दीवाना था| खबर ना थी कुछ सुबह की, ना शाम का ठिकाना था; थक की कहानी थी, परियों का फ़साना था; बारिश में कागज़ की नाव थी, हर मौसम सुहाना था| हर खेल में साथी थे, हर रिश्ता निभाना था; गम की ज़ुबान ना होती थी , ना ज़ख्मों का पैमाना था| रोने की वजह ना थी, ना हंसने का बहाना था; क्यों हो गए हम इतने बड़े, इससे अच्छा तो वह बचपन का ज़माना था...!! ©Andy Mann #बचपन_के_वो_दिन Ravi Ranjan Kumar Kausik Krishna G Neel MohiTRocK F44 Sharma_N AD Grk Bhardwaj Only Budana AD Kiran Bhanu Priya Vijay Vidrohi hardik Mahajan My Loquacious World KhaultiSyahi Munni Surendra Kumar Kahar Yusuf Shayar New Ritu Tyagi Alpha_Infinity sana naaz अदनासा- VIPUL KUMAR PФФJД ЦDΞSHI vinay panwar MRS SHARMA KRISHNA I am MiraJ Miss Anu.. thoughts Ashutosh Mishra the greatest gunjan Arshad Siddiqui Ak.writer_2.0 Jk Anshu writer poonam atrey Neelam Modanwal Sh@kila Niy@z
#बचपन_के_वो_दिन Ravi Ranjan Kumar Kausik Krishna G Neel MohiTRocK F44 Sharma_N AD Grk Bhardwaj Only Budana AD Kiran Bhanu Priya Vijay Vidrohi hardik Mahajan My Loquacious World KhaultiSyahi Munni Surendra Kumar Kahar Yusuf Shayar New Ritu Tyagi Alpha_Infinity sana naaz अदनासा- VIPUL KUMAR PФФJД ЦDΞSHI vinay panwar MRS SHARMA KRISHNA I am MiraJ Miss Anu.. thoughts Ashutosh Mishra the greatest gunjan Arshad Siddiqui Ak.writer_2.0 Jk Anshu writer poonam atrey Neelam Modanwal Sh@kila Niy@z
read morepoonam atrey
हम भी घर के राजा थे, माँ यही बुलाया करती थी, अपनी ममता का सर पर मेरे,ताज सजाया करती थी, घर, गली ,मोहल्ले ,में सिक्का मेरा ही चलता था, अपनी मर्ज़ी से सुबह हुई,दिन भी मर्ज़ी से ढलता था, ना राज काज चिंता थी ,पिताजी महामंत्री जो ठहरे, सब भार था उनके कंधों पर, संकट हो कितने गहरे, जब से माँ का आँचल छूटा, राज काज सब छूट गया, मात्र सिपहसालार बने ,वो राजसिंहासन टूट गया, अब जिम्मेदारी इतनी हैं, उस बोझ को लेकर जीते हैं, देख आईने में ख़ुद को, बस सब्र के आँसू पीते हैं।। पूनम आत्रेय ©poonam atrey #बचपन_की_यादें #बचपन_के_वो_दिन #पूनमकीकलमसे #नोजोटोराइटर्स Ritu Tyagi Mili Saha शशि कुमार ''गोपाल'' Raj Guru Anshu writer Payal Das Mahi Dayal "दीप, Goswami.. Radhe Krishna Disha POONAM GUPTA Mukesh Poonia Deepti Garg दीप बोधि Nitish Tiwary Kamlesh Kandpal Anil Ray Ravikant Dushe Motivational indar jeet guru Bhardwaj Only Budana Vijay Vidrohi राखी के अल्फाज़ SHAYAR (RK) कवि आलोक मिश्र "दीपक" Gyanendra Kumar Pandey Ambika Mallik Praveen Jain "पल्लव" अदनासा- shashi kala mahto Rajesh Ar
#बचपन_की_यादें #बचपन_के_वो_दिन #पूनमकीकलमसे #नोजोटोराइटर्स Ritu Tyagi Mili Saha शशि कुमार ''गोपाल'' Raj Guru Anshu writer Payal Das Mahi Dayal "दीप, Goswami.. Radhe Krishna Disha POONAM GUPTA Mukesh Poonia Deepti Garg दीप बोधि Nitish Tiwary Kamlesh Kandpal Anil Ray Ravikant Dushe Motivational indar jeet guru Bhardwaj Only Budana Vijay Vidrohi राखी के अल्फाज़ SHAYAR (RK) कवि आलोक मिश्र "दीपक" Gyanendra Kumar Pandey Ambika Mallik Praveen Jain "पल्लव" अदनासा- shashi kala mahto Rajesh Ar
read moreSimant Sharma
स्कूल के वो दिन याद हैं मुझे याद हैं वो सारे लम्हें, दिन और साल आज भी और फिर कभी ना लौट आने वाला ज़माना याद हैं!! ( पूरी कविता अनुशीर्षक में पढ़िए ) रोज़ सुबह खिलें चेहरों से स्कूल जाना याद है स्कूल पहुँच कर दोस्तों से गप्पे लड़ाना याद है याद है वो क्लास बंक कर के बाहर चले जाना वो बचपन की यादें , यादों का फसाना याद हैं रोज़ सुबह की असेम्बली में प्रेयर गाना याद हैं आंखें बंद करके मन में यूंही मुस्कुराना याद हैं याद है पी.टी वाले दिन वाइट यूनीफॉर्म पहनना
रोज़ सुबह खिलें चेहरों से स्कूल जाना याद है स्कूल पहुँच कर दोस्तों से गप्पे लड़ाना याद है याद है वो क्लास बंक कर के बाहर चले जाना वो बचपन की यादें , यादों का फसाना याद हैं रोज़ सुबह की असेम्बली में प्रेयर गाना याद हैं आंखें बंद करके मन में यूंही मुस्कुराना याद हैं याद है पी.टी वाले दिन वाइट यूनीफॉर्म पहनना
read moreMishra Kaushal
अब पीछे मुड़ देखने के अलावा है ही नही कुछ बचा.. वह मेरी आखिरी खुशी थी वही जो था मेरा बचपना..!! #बचपनाज़िंदारखिये #बचपन_के_वो_दिन #बचसकेगादिल #misralove #misraword
Vandana
कागज की कश्ती वो बचपन की मस्ती बूंदों की रिमझिम और पैरों की छप छप ना कोई चिंता ना कोई फिकर सबसे बेफिक्र मौज मस्ती का रेला था क्या ही कहे जनाब ऐसा बचपन का मेला था,,,,, कहां होश था कि मैले हो गए पैर हमारे भीग गए कपड़े या भीग रहा बस्ता था,,,, डांट भी सेह लेते,,कीचड़ में खेलने के लिए
ना कोई चिंता ना कोई फिकर सबसे बेफिक्र मौज मस्ती का रेला था क्या ही कहे जनाब ऐसा बचपन का मेला था,,,,, कहां होश था कि मैले हो गए पैर हमारे भीग गए कपड़े या भीग रहा बस्ता था,,,, डांट भी सेह लेते,,कीचड़ में खेलने के लिए
read moreVandana
कभी-कभी समझदार बनते बनते थक जाते हैं और बच्चा बनने को मन करता है कभी-कभी लगता है कि हम बड़े हो गए हमें क्या जरूरत अटेंशन की ध्यान की नजर की प्रेम की हम adjust कर लेंगे कभी-कभी लगता है कि हमारी जरूरतें इतनी जरूरी नहीं ज्यादा जरूरी बाकी चीजें हैं कभी-कभी मन अंदर से पुकारता है कि हमें भी चाहिए हम भी जीवंत हैं मगर कह भी नहीं पाते क्योंकि हम बड़े हो गए हैं हम अपनी इच्छाओं को दबा सकते हैं जीवन में बाकी चीजें ज्यादा इंपोर्टेंट है
कभी-कभी लगता है कि हम बड़े हो गए हमें क्या जरूरत अटेंशन की ध्यान की नजर की प्रेम की हम adjust कर लेंगे कभी-कभी लगता है कि हमारी जरूरतें इतनी जरूरी नहीं ज्यादा जरूरी बाकी चीजें हैं कभी-कभी मन अंदर से पुकारता है कि हमें भी चाहिए हम भी जीवंत हैं मगर कह भी नहीं पाते क्योंकि हम बड़े हो गए हैं हम अपनी इच्छाओं को दबा सकते हैं जीवन में बाकी चीजें ज्यादा इंपोर्टेंट है
read moreInsprational Qoute
आज भी याद हैं बचपन की वो हस्ती, बना कागज़ की नाव दूर देश जाती थी वो कश्ती, आज तक तरस गये नहीं मिली वो बचपन की सुहानी मस्ती। #बचपन #बचपन_के_वो_दिन #hkkhindipoetry #योरकोटबाबा #poetrycommunity #yourquotes #कश्ती
Ashish Mishra
अक्सर नादानियाँ करना अच्छा लगता था तब जब मैं छोटा बच्चा था। अक्सर शैतानियां करना अच्छा लगता था तब जब मैं छोटा बच्चा था। बड़ी आसानी से खुशियाँ मिल जाती थी तब जब मैं छोटा बच्चा था। आज महंगे बिस्तरों में आसानी से नींद नहीं आती और तब कहीं भी सो जाया करते थे जब मैं छोटा बच्चा था। #बचपन_के_वो_दिन
jagruti vagh
बचपन की खट्टी मीठी बातें :-* (read in caption) ♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन और बचपना कभी भुलाया नही जा सकता बचपन की वो प्यारी बातों को फिर से दोहराया नही जा सकता ♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन की तो कुछ बात ही निराली होती है। जितने आविष्कार कोई वैज्ञानिक नही करता उतने तो सारे बच्चे करते है। नये नये चीजों को देखना और उसे समझना उसके साथ खेलना ये चीजें सब नयी होती है उस उम्र में । नही लोग क्या सोचेगे इस बात की फिक्र होती है और नही इसका अंजाम क्या होगा इस बात की फिक्र,,,
♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन और बचपना कभी भुलाया नही जा सकता बचपन की वो प्यारी बातों को फिर से दोहराया नही जा सकता ♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन की तो कुछ बात ही निराली होती है। जितने आविष्कार कोई वैज्ञानिक नही करता उतने तो सारे बच्चे करते है। नये नये चीजों को देखना और उसे समझना उसके साथ खेलना ये चीजें सब नयी होती है उस उम्र में । नही लोग क्या सोचेगे इस बात की फिक्र होती है और नही इसका अंजाम क्या होगा इस बात की फिक्र,,,
read more