Find the Best इशारा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutछूकर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा lyrics, इशारा शब्द का अर्थ, समझने वाले को इशारा काफी, इशारा का मतलब, इशारा का पर्यायवाची,
Rabindra Kumar Ram
" मुख्तलिफ बात थी हम तुझे इशारा क्या करते , तेरे साथ चलना था मुझे तुझसे किनारा क्या करते , ज़ेहन में आते - जाते महज तेरी बातें ही नागवार थी , फिर तुझसे से तेरे होकर और तुझसे बिछड़ के तेरे हिज़्र में गुजारा क्या करते . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " मुख्तलिफ बात थी हम तुझे इशारा क्या करते , तेरे साथ चलना था मुझे तुझसे किनारा क्या करते , ज़ेहन में आते - जाते महज तेरी बातें ही नागवार थी , फिर तुझसे से तेरे होकर और तुझसे बिछड़ के तेरे हिज़्र में गुजारा क्या करते . " --- रबिन्द्र राम #मुख्तलिफ #इशारा #ज़ेहन #नागवार #हिज़्र #गुजारा
Er.Atul Kumar Gupta
लफ्जों पर बंदिशें हैं तो तू ये इलाज कर.... आचार संहिता लगी है अगर मेरी जान तो इशारों में बात तो कर... अतुल कुमार गुप्ता ©Er.Atul Kumar Gupta #इशारा
शर्मा निखिल
#इशारा कभी मम्मी डांटे तो, तुम मेरा नाम लगा देना, मैं सब संभाल लूंगा, तुम बस इशारा कर देना| ©शर्मा निखिल
Sneh Lata Pandey 'sneh'
इन झील सी नीली आँखों से चाँद को निहारा मत करो। यूँ ही सरेशाम जब तब इन अबसार से इशारा ना करो। तारीफ़ क्या ही करूँ तेरी इन रेशमी ज़ुल्फ़ों की ज़ानम। यूँ झटक कर इन्हें कातिल अदाओं से हमें यूँ मारा न् करो। ©Sneh Lata Pandey 'sneh' #snowpark #इशारा नकरो
Vivek
आत्मिक अनुभूतियों की सरल भाषा है मौन और एक कहावत भी कि समझदार के लिए इशारा ही काफी है ---!!! ©Vivek #इशारा
नागेंद्र किशोर सिंह
Year end 2023 इस घड़ी का इशारा यही है कि जो आया है वो जाएगा। ©नागेंद्र किशोर सिंह #इशारा
@thewriterVDS
"मजरूह सुल्तानपुरी" कोई हम-दम न रहा कोई सहारा न रहा हम किसी के न रहे कोई हमारा न रहा शाम तन्हाई की है आएगी मंज़िल कैसे जो मुझे राह दिखा दे वही तारा न रहा ऐ नज़ारो न हँसो मिल न सकूँगा तुम से तुम मिरे हो न सके मैं भी तुम्हारा न रहा क्या बताऊँ मैं कहाँ यूँही चला जाता हूँ जो मुझे फिर से बुला ले वो इशारा न रहा . ©@thewriterVDS #सहारा #हमारा #तन्हाई #मंजिल #राह #तारा #नजारा #इशारा #MajroohSultanpuri #yaadein
अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
"लोकतंत्र" में अपना - अपनी कि जगह नहीं समानान्तर, सद्भावना, सर्वाधिक, सर्वोपरि है ना रहे तन - मन - धन से जन -जन में अंतर जहाँ "कद्र" ' बे-दाग़दार रसे- बसे समानान्तर जनमानस के जनमत में कोई 'मदभेद' ना हो जहाँ किसी को कभी करना पड़े "खेद" न हो "लोकतंत्र" में अपना - अपनी कि जगह नहीं समानान्तर, सद्भावना, सर्वाधिक, सर्वोपरि है है वह "पावन मातृभूमि" "लोकतंत्र" की धरा जिसपर "विश्वास" "अडिग" हो कर रहे खड़ा जहाँ धीर नहीं बीर नहीं 'अधीर' ही बसता हो सोचो उस देश में लहू बहता कितना सस्ता हो "लोकतंत्र" में अपना - अपनी कि जगह नहीं समानान्तर, सद्भावना, सर्वाधिक, सर्वोपरि है ©अनुषी का पिटारा.. #इशारा #अनुषी_का_पिटारा #लोकहित #देशहित #लोकतंत्र #जनमत #जनहित
अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
चलो उठो, अब "देर" बहुत हो चुका अपना और अपनत्व बहुत खो चुका ©अनुषी का पिटारा.. #WoRaat #इशारा #अनुषी_का_पिटारा
#WoRaat #इशारा #अनुषी_का_पिटारा
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