Find the Best सृष्टि Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutसृष्टि के रचयिता कौन है, सृष्टि किससे संबंधित है, सृष्टि की रचना कैसे हुई, सृष्टि की उत्पत्ति कैसे हुई, सृष्टि की रचना किसने की,
Andy Mann
White #प्रेम में किसी वशीकरण की आवश्यकता नहीं होती,, प्रेम तो स्वयं सबसे बड़ा वशीकरण है। जिस से प्रेम हुआ, फिर सब कुछ उसी के वश में।। उसी के लिए हँसना , उसी के के लिए रोना । जैसे कोई जादू टोना।। #ना बाँधने की आवश्कता, न पकड़ कर रखने की। यदि प्रेम होगा,तो स्वयं ही खींचा चला आएगा। प्रेम नहीं होगा , तो आकर भी चला जाएगा ।। #वशीकरण तो कुछ पल का होता है,, या फिर कुछ दिन का। तिलिस्म टूटते ही, टूट जाता है सब मायाजाल। दूर होता है मन का वहम, और झूठे प्रेम की चाल। #परंतु प्रेम अनंत हैं, सबसे मजबूत बंधन है प्रेम का। लाखों जन्मों बाद भी, पहचान लेता है अपने प्रेमी को, जैसे एक शिशु,एक शावक,, बंध आँखों से भी पहचान लेता है अपनी माँ को। #सृष्टि में ,प्रकृति में कुछ इस तरह रचा बसा है प्रेम, कि जीव जन्तु भी समझते हैं अंतर , प्रेम भरे स्पर्श का, और हत्या वालें हाथ का। प्रेम से फेंके गए दानों का, और उसके पीछे की घात का। फिर भी,इंसान हो या जीव जन्तु, सबसे ज्यादा छले जाते हैं प्रेम के नाम पर...... ♥️♥️♥️♥️♥️♥️ ©Andy Mann #प्रेम Rameshkumar Mehra Mehra मेरेख्यालमेरेजज्बात poonam atrey - @Hardik Mahajan पंच_भाषी_लेखिका_तरुणा_शर्मा_तरु Sharma_N irslan khan NOJOTO LIVE CREATERS Yusuf Shayar New Sangeet... My Loquacious World Arshad Siddiqui vinay panwar Poonam KK क्षत्राणी Santosh Narwar Aligarh KhaultiSyahi Sonia Anand Alpha_Infinity sana naaz Sh@kila Niy@z vineetapanchal Ravi Ranjan Kumar Kausik Niaz (Harf) Neelam Modanwal .. Kshitija MRS SHARMA PФФJД ЦDΞSHI Ak.writer_2.0 manshi writer AARPANN JAIIN Miss An
#प्रेम Rameshkumar Mehra Mehra मेरेख्यालमेरेजज्बात poonam atrey - @Hardik Mahajan पंच_भाषी_लेखिका_तरुणा_शर्मा_तरु Sharma_N irslan khan NOJOTO LIVE CREATERS Yusuf Shayar New Sangeet... My Loquacious World Arshad Siddiqui vinay panwar Poonam KK क्षत्राणी Santosh Narwar Aligarh KhaultiSyahi Sonia Anand Alpha_Infinity sana naaz Sh@kila Niy@z vineetapanchal Ravi Ranjan Kumar Kausik Niaz (Harf) Neelam Modanwal .. Kshitija MRS SHARMA PФФJД ЦDΞSHI Ak.writer_2.0 manshi writer AARPANN JAIIN Miss An
read moreSandhya Chaturvedi
White ईश्वर की बनाई यह #सृष्टि #बेशकीमती_ख़ज़ानो से भरी हुई और एक भी #चौकीदार नहीं व्यवस्था ऐसी है कि दुनिया मे अरबो व्यक्तियों का #आवागमन प्रतिवर्ष होता है किन्तु यहां से कोई भी एक तीली तक ले जा नही सकता #प्रश्नपत्र_है_जिंदगी जस की तस स्वीकार्य कुछ भी #वैकल्पिक नही सभी प्रश्न अनिवार्य... ©Sandhya Chaturvedi #summer_vacation
Amit Singhal "Aseemit"
ईश्वर द्वारा रचित सृष्टि का उपहार है नारी, एक नारी में समाई हैं शक्तियाँ बहुत सारी। मां, बहन, पत्नि, बेटी बनकर रखती ध्यान, पुरुष को देना होगा इसको उचित सम्मान। ©Amit Singhal "Aseemit" #सृष्टि #का #उपहार
Amit Singhal "Aseemit"
सृष्टि और नियति के बीच ही हमारे जीवन बीतते हैं, सृष्टि पिछले जन्म के कर्मों के हिसाब से जन्म देती। इस जीवन में हम सब जैसे चाहें अपने कर्म करते हैं, नियति अपने निश्चित समय पर हमारे प्राण हर लेती। ©Amit Singhal "Aseemit" #सृष्टि #और #नियति
Rajni Sardana
खुदा ही सबसे बड़ा रंगरेज़ है, हर रंग में रंगा सृष्टि को, हर जीव में डाला कोई हुनर ऐसा, पहचान बना ले वो अपने वज़ूद को | ©Rajni Sardana #खुदा#रंगरेज़#सृष्टि
Rajeev Kumar
जिन्दगी में कोईभी प्राणी अपनो से खुश नहीं रहता है ये सृष्टि का गजब का बिदंबना है ©Rajeev Kumar #सृष्टि का बिदंबना है
#सृष्टि का बिदंबना है
read moreshilpi lohar
अद्भुत है ये सृष्टि और इस सृष्टि को बनाने वाले ©shilpi lohar #Advut #सृष्टि
B Pawar
*कहाकही* नदी कहती, मैं कल कल ही बहती गर तुमने जो मुझको बांधा न होता। पर्वत कहता, मैं अचल ही रहता गर मुझपर रास्तों को तराशा न होता। हवा कहती, मैं शीतल ही बहती गर मुझको मलीन किया न होता। जंगल कहते, हम घनेरे ही रहते गर तुमने वृक्षों को काटा न होता। सागर कहता, मैं उग्र न होता गर गंदगी का बोझ डाला न होता। मानवता कहती, हम सब एक है गर कुछ दानवों ने बांटा न होता। वसुधा कहती दुनिया अमंगल ही होती गर मैंने इसे अमृत से सींचा न होता। स्त्री कहती ये दुनिया खंडहर ही होती गर गृहस्थी का बोझ हमने उठाया न होता। *कहाकही* नदी कहती, मैं कल कल ही बहती गर तुमने जो मुझको बांधा न होता। पर्वत कहता, मैं अचल ही रहता गर मुझपर रास्तों को तराशा न होता।
*कहाकही* नदी कहती, मैं कल कल ही बहती गर तुमने जो मुझको बांधा न होता। पर्वत कहता, मैं अचल ही रहता गर मुझपर रास्तों को तराशा न होता।
read moreJuhi Grover
लुप्त हो रही भारत की संस्कृति, बदल रहा शिष्टाचार, करनी चाहिए हमें कोशिशें, बदलने के लिए व्यवहार, हम जब स्वयं ही बदल पायेंगे कभी अपना आचरण, बदल जाएगा सृष्टि का प्रारूप, मिट जायेगा अंधकार। #लुप्त #भारत #सृष्टि #संस्कृति #प्रारूप #आचरण #yqhindi #bestyqhindiquotes