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Angraj Suman
हमें वृक्ष लगाने है , जीव जन्तु बचाने है , मुझे भी समझना होगा , तुम्हे भी समझना होगा , इस प्रकृति को सजाने को , हम आतुर वृक्ष लगाने को , मां प्रकृति का प्यार मिलेगा , ये संसार फिर से खिलेगा , ©Social Science and Geography Classes Angraj #environment #environmentday #environment_day #Rose
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read moreSaurin Soni
Environment कि बिगड़ रहा हैं पर्यावरण हर दिन, ये हालत सिर्फ़ नहीं हैं हमारे देश के, ये है पूरी दुनिया के पर्यावरण की, इस विकास के नाम पर तो बढ़ रही हैं, दुनिया आगे लेकिन हो रहा कितना, नुकसान पर्यावरण को देख क्यों नहीं पाता, है इंसान खोल दे अपनी ये आँख ओर, नजर डाल तू इस बिगड़ ते हुए पर्यावरण पर, माना की जरूरी है परिवर्तन भी, नियम भी रहा हैं ये संसार का , लेकिन परिवर्तन के साथ ही, सबका ध्यान रखना भी है जरूरी, है इंसान खोल दे अपनी ये आँख ओर, नजर डाल तू इस बिगड़ ते हुए पर्यावरण पर, हमने अपने मतलब के लिए क्या नहीं किया, काटने लगे पेड़ जंगलों में से और खोद रहे, ज़मीन तरह-तरह की धातुओं के लिए, नहीं रहे वो गाँव पहले जैसे अब तो, बदल रहे है वो भी विकास के नाम पर, शहरों में भी बना रहे लंबी सड़के काट कर पेड़, और बढ़ रहा वायु का प्रदूषण गाड़ियों से, है इंसान खोल दे अपनी ये आँख, अभी भी वक़्त है बदल जा ओर, रोक ले इस प्रकृति के विनाश को, आओ मिल कर ये प्रतिज्ञा ले हम इस पर्यावरण के दिन की सब मिल कर, अपने घर के आगे या फिर कोई अच्छी, जगह पर पेड़ उगाये ओर बदले पर्यावरण को..🙂 ©Saurin Soni #day #Quotes #igwriters #India #Morning #Nojoto #environment #environment_day #Inspiration #EnvironmentDay2021 vidhi kajla20 Bandna Ji SARFRAJ ALAM Shristi Yadav Sangeeta Yadav
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read morefollow your heart# megha sen
Environment "envelope of Earth its environment where every life like biose stay without any cost" Happy environment day ©follow your heart# megha sen #environment_day #EnvironmentDay2021
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read morePratyush Raunak
तेरे दामन से उठकर किधर जायेंगे कि रो पड़ेंगे हम, जिधर जायेंगे मैं हर रोज तुझे इस डर के साथ चाहता हूं कि एक दिन हम लोग बिछड़ जायेंगे एक दिन हमलोग बिछड़ जायेंगे..! . #Nojoto #shayari #hizr #shaam #baarish #environment_Day
एक दिन हमलोग बिछड़ जायेंगे..! . #Shayari #hizr #Shaam #baarish #environment_day
read moreSuman Kushwaha
Yaha sb sabhi ko jaante hai janab... Yaha koi khud, khudko nhi jaanta... #environment_day
Brijendra Dubey 'Bawra,
कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.." तीव्र विकास के अन्धदौड़ में लिप्त नीति प्रदूषण का जल दूषित है थल दूषित है खतरा प्राणवायु के दूषण का, विषम पारिस्थितिक तन्त्र और विफल नीति सरकारों का आगामी पीढ़ी के साँसों का आधार ना जाने क्या होगा?? और अभी भी जिन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा?? {कृपया पूरी कविता नीचे अनुशीर्षक में पढ़े......} कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.." और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से, व्यवसायिक शिक्षा-प्रणाली भ्रष्ट्रतंत्र विद्यालय के विकसित हो रहे बच्चों का संस्कार ना जाने क्या होगा?? और अभी भी जिन्दगियों से.............
कविता शीर्षक :: "ना जाने क्या होगा.." और अभी भी ज़िन्दगियों से खिलवाड़ ना जाने क्या होगा वैद्य-हकीम व्यापारी बन-बन लूट मचाई औषधिखाने से, व्यवसायिक शिक्षा-प्रणाली भ्रष्ट्रतंत्र विद्यालय के विकसित हो रहे बच्चों का संस्कार ना जाने क्या होगा?? और अभी भी जिन्दगियों से.............
read moreAshok Yadav
पृथ्वी को केवल सार्थक लोगों की आवश्यकता है और प्रकृति ने भी हमें किसी अर्थ से बनाया है। परंतु हम वह भूल गए, और अपना जीवन व्यर्थ करने लगे। प्रकृति के जीवन देने का अर्थ हम भूल गए भूल गए। ॥अशोक॥ ॥ॐ॥ #प्रकृति_दिवस #nature #environment_day
#प्रकृति_दिवस #Nature #environment_day
read moreNarendra Mishra
____________पर्यावरण दिवस___________ गाड़ियों का बड़ा काफिला आकर रुका। बड़े साहब उतरे। कुछ ज्यादा जल्दी में लग रहे थे । "ये मैदान साफ क्यूँ नहीं हुआ अब तक" मातहतों पर गरजे। "और मंच का इंतजाम हो गया।" "ठेकेदार को बुलवाईये। काम जल्दी पूरा करवायें। " और कुछ दिनों बाद काम शुरू गांव की कोमल, उपजाऊ मिट्टी मोटे कांक्रीट से दबायी गई। पार्किंग मैदान के सुंदर घास टायरों के नीचे कुचले गये। सैकड़ों बांस बल्लियों से मंच बना। फूलों, मालाओं, गुलदस्तों को स्वागत-सत्कार में बर्बाद किया गया। अंततः नेता जी ने एक पौधा लगाया। बाकियों ने फोटो खिंचवाया। #environment_day #पर्यावरणदिवस
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