Find the Best जायें Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about'"सबके ख़्वाबों में चलें नींदों में शामिल हो जायें लोग सोए हैं चलो शहर में', सबके ख़्वाबों में चलें नींदों में शामिल हो जायें लोग सोए हैं चलो शहर में दाखिल हो जायें, जायें तो जायें कहाँ, 'दाखिल हो जायें"', जायें,
S M
#अगर मोहबब्त के #सौ_टुकड़े किये #जायें ना...! #तो उनमें से 99 #हिस्से_माँ के होंगे..!! 𝓛𝓸𝓿𝓮 𝔂𝓸𝓾 𝓜𝓾𝓶𝓶𝓪.. ©S M #Road miss you ma #Love #love❤ #in #Good #maa
Yogesh BASWAL
#महोंब्बत 💘 इतनी भी #सस्ती नहीं.. #साहब 👦 की #हर_किसी 👥👥 से #हो 💏 #जायें..💓 Yogesh baswal
Rishap Gautam
⛓The Evermore In Love❣ To You✨ ⛓#खुशनसीब कुछ #ऐसे #हम हो #जायें!!✨❣ ⛓#तुम हो.. #हम हो..#और #इश्क़ हो जाये.!!❤️✨ Courtesy : Rishap Gautam
Viswa Sachan
आमने-सामने आओ आमने-सामने बैठकर...... अपनीं चंद बातें हो जायें। तुम, हम से बन जाओ...... और हम, तुम से बन जायें।। ✍️"Viswa Sachan"✍️ #आमने_सामनें______Viswa
Ramji Tiwari
कब आये थे कब जायेंगे इसकी फिक्र कहाँ है फिक्र तो इस बात की है कि जानें से पहले कुछ अच्छा करके जायें दौलत तो साथ नहीं जाती लोगों की दुआएँ लेते जायें
Albert Ashok Verma
*चेहरे अजनबी हो भी जायें तो कोई बात नहीं लेकिन...* *रवैये अजनबी हो जायें तो बड़ी तकलीफ देते हैं...* 🙏🏻🌹 *नमस्कार * 🌹🙏🏻 #Pyardosti Nazma Shabnam Shivangi Vyas Shikha Thakur Rinky Rao Gunjan Kumari Don't change your behaviour and rules for someone else .....
#Pyardosti Nazma Shabnam Shivangi Vyas Shikha Thakur Rinky Rao Gunjan Kumari Don't change your behaviour and rules for someone else .....
read moreP.k. Sharma
सुनो यारो- बहुत तकलीफ होती है, हिज्र-ओ-फ़िराक़ जीने में, दर्द ही लिये मैंने दर्द ही लिखे मैंने, दर्द के तस्सबुर में दर्द ही सहे मैंने, दर्द में सुकूं गजब है,दर्द भी कुछ बे-अदब है, दर्द जो समझता है,शख्स वो फरिस्ता है, दर्द जो मुक़म्मल हो, दर्द भी फिरबिकता है, दर्द क्यो कहे जायें? दर्द क्यो सुने जायें ? दर्द ही क्यों लिखें जायें ? दिल ही क्यों दियें जायें ? सुनो यारो......
सुनो यारो......
read moreमलंग
"तू माटी मैं पानी" तू माटी ,मैं पानी। आ मिल जायें एक दूसरे में। बना लें कुछ। करें साकार उस स्वप्न को । कल्पना को कुछ रूप दें। मेरे बिन धूल तू बन उड़ जाए। तेरे बिन मैं यूँ बह जाऊं। आ सोख ले मुझे खुद में । तेरे कणों को मैं भिगो दूं । फिर जो चाहे तुझे कोई रूप दे। परिपक्व हों जायें हम दोनों साथ कुम्हार जब हमें आग और धूप दे। फिर रंग जायें किसी रंग में डूब जायें साथ किसी भंग में टूट गए जो कभी तो तुझे बिखर जाना है मेरा क्या मैं पानी हूँ मुझे वाष्प बन उड़ जाना है।। रचयिता:- बलवन्त रौतेला (B.S.R.) रुद्रपुर 29/09/2019 02:20 pm
Hariram rahi
The past शायद फिर से वो तकदीर मिल जायें जीवन के वो हंसी पल मिल जायें चल फिर से बैठें क्लास की लास्ट बेंच पर शायद वो वापिस पुराने दोस्त मिल जायें
niteesh
अकेले हम बून्द हैं पर मिल जायें तो सागर हैं, अकेले हम कागज़ हैं मिल जायें तो किताब हैं, जीवन का सार ही है मिलजुल कर रहना।