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Shubham Bhardwaj

Shubham Bhardwaj

kumaarkikalamse

खोकर  कुछ  मैंने, कुछ  अलग  है  मैंने  पाया, 
रोया अकेले  में पर ना एक भी आँसू दिखाया,
इसे  हिम्मत  कहो  या कहो कायरता "कुमार", 
उस  बेवफ़ा से ही मैंने अब तक दिल लगाया!!  #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #कायरता #अलग #differ #दिखाया #आँसू #हिम्मत 

Chanllege by Ananya Mathur जी

Sanjeev0834

प्यार एक #एहसास है, जो #दिमाग से नहीं #दिल से होता है. #प्यार वो नही जो कह कर #दिखाया जाये, ... nawab_saab💗🤞 #sanjeev0834 #nojotohindi

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Dr Manju Juneja

दर्द -ए- दिल जरा खुल कर मुस्कुराया करो 
हर किसी को ना दर्द अपना दिखाया करो

©Dr Manju Juneja #दर्द #दिल #जरा #खुलकर #मुस्कुराया #किसीको #दिखाया #शायरी #twoliner #nojotohindi

ROHAN KUMAR SINGH

#शायद हमें #रामायण इसलिए #दिखाया जा रहा है ताकि हम #कुम्भकर्ण से कुछ #शिक्षा ले सकें...............????? 😂😂😂😂

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 #शायद हमें #रामायण इसलिए #दिखाया जा रहा है ताकि हम #कुम्भकर्ण से कुछ #शिक्षा ले सकें...............?????
       😂😂😂😂

हरीश वर्मा हरी बेचैन

दो महात्माओं का अवतरण दो अक्टूबर को हुआ!! सादगी सत्य अहिंसा के वो दूत थे! महामानव का अवतरण एक मोहन दास करम चन्द्र गांधी जी थे! दूजे लाल बहादुर शास्त्री जी थे!! एक ने सत़्य अहिंन्शा को गले से लगाया!! एक लगोटी एक धोती एक लाठी ले जी कर दिखाया! सत्य आग्रह ,सविनय अवज्ञा,अनशन का राह दिखाया!

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दो महात्माओं का अवतरण दो अक्टूबर को हुआ!!
सादगी सत्य अहिंसा के वो दूत थे!  
महामानव का अवतरण
एक मोहन दास करम चन्द्र गांधी जी थे! 
दूजे लाल बहादुर शास्त्री जी थे!!
एक ने सत़्य अहिंन्शा को गले से लगाया!!
एक लगोटी एक धोती एक लाठी ले जी कर दिखाया!
सत्य आग्रह ,सविनय अवज्ञा,अनशन का राह दिखाया!
चला कर चरखा देश के स्वाभिमान को जगाया!
गांव गांव हो अत्मनिर्भर स्वछता का राह दिखाया! 
कोई दुश्मन नहीं है जग में सादगी का बयार बहाया!
कर के दाण्ड़ी यात्रा काले कानून को अंगूठा दिखाया!
भारत छोड़ो, करो मरो का बुलंद नारा से देश को जगाया!
छुआ छूत का कर के विरोध मानवता का मान बढाया!
रघुपति राघव राजा राम सबको सम्मत दे भगवान!!
किर्तन प्रभु का मिल जुल कर गाया !!
कभी महानायक ने  पद को लिया नहीं!
अपने लिये कभी एक पल जिया नहीं!!
अंग्रेज तो मजबूर हुए देश से जाने के लिए!
देश को अब तो आजाद होना ही था !
पर हिन्दू को मुस्लिम से,मुस्लिम को हिन्दू से बाट दिया!
नेहरू और जिन्ना के जिद ने देश को बरबाद किया!
बटवारा ने देश को टुकड़ों में बाट दिया!
मारकाट से हो पीड़ित  कलकत्ता में भूख हड़ताल किया!
देश को गांधी ने बाटा यैसा क्यों कहते हो??
सच्चाई है कि गांधी पर लोगो ने घात पर प्रतिघात किया!
अन्त में गोटसे की गोलि के प्रति हे राम का नाम लिया!
अहिंन्सा के पुजारी को हिन्सा ने क्यो मार दिया??
येसे ही लाल बहादुर शास्त्री सादगी के मूरत थे!!
धरती पूत्र थे कद के छोटे पर हिमालय से ऊंचे थे!
साहस,सादगी,इमान ,आचरण से कभी ड़िगे नही!!
सचिव,महासचिव,ग्रह मंत्री,रेल मंत्री,वाणिज्य मंत्री रहे!
जननायक ने पद से स्वयं ,परिवार को कभी जोड़ा नहीं!
देश को  सर्वोपर रख कर देश भक्ती कभी छोड़ा नहीं!
जीवन था बड़ी मुस्किलों में पर नैतिकता को छोड़ा नहीं!
जय जवान जय किसान के पुजारी त्याग के मूरत रहे!                 
महामानव भारत रत्नों को बारम्बार नमन है!!
 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳✍️
     हरीश वर्मा हरी बेचैन
     ८८४०८१२७१८ दो महात्माओं का अवतरण दो अक्टूबर को हुआ!!
सादगी सत्य अहिंसा के वो दूत थे!  
महामानव का अवतरण
एक मोहन दास करम चन्द्र गांधी जी थे! 
दूजे लाल बहादुर शास्त्री जी थे!!
एक ने सत़्य अहिंन्शा को गले से लगाया!!
एक लगोटी एक धोती एक लाठी ले जी कर दिखाया!
सत्य आग्रह ,सविनय अवज्ञा,अनशन का राह दिखाया!

Kaustubh Vats

तूने तो साथ मरने की कसमें खाई थी ना फिर क्यों मुझे अकेला छोड़ गई कहां ढूंढू तुझे इस दुनियां में अब तू मुझे अकेला छोड़ गई तेरी सांसों से जिया करता था मैं क्यों मुझे अधमरा छोड़ गई

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तूने तो साथ मरने की कसमें खाई थी ना
फिर क्यों मुझे अकेला छोड़ गई

कहां ढूंढू तुझे इस दुनियां में अब
तू मुझे अकेला छोड़ गई

तेरी सांसों से जिया करता था मैं
क्यों मुझे अधमरा छोड़ गई

ले जाना था ना मुझे भी अपने साथ
या थी मुझसे नाराजगी
क्यों चलते चलते बीच राह में
यूं मुझे अकेला छोड़ गई

क्यों वफ़ा का दरिया दिखाया
क्यों दिखाया प्यार का मौसम
मै खुश था जी लेता अकेले
पर अब घुट रहा हूं पल पल

ए खुदा तू ही बता
ये है वफाई या है बेवफा
इस पूरे मामले में कहीं कुछ
तेरा हाथ हो तो बता

तू एक दम से चली गई मुझे बता तो सकती थी ना
तू मुझे समझा नहीं पाई तो डांट तो सकती थी ना
तू मौत से लड़ ना पाई चल ये भी मान लिया 
पर ज़िन्दगी मेरी भी तो हाराई जा सकती थी ना

/* मैं रो रहा हूं चुप करने नहीं आयेगी मुझे
या फिर बुला ले अपने पास ही */ तूने तो साथ मरने की कसमें खाई थी ना
फिर क्यों मुझे अकेला छोड़ गई

कहां ढूंढू तुझे इस दुनियां में अब
तू मुझे अकेला छोड़ गई

तेरी सांसों से जिया करता था मैं
क्यों मुझे अधमरा छोड़ गई

दीपेश

गांधी

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Other politicians, GandhiJi राह दिखाने की खातिर बस
 कह के बताया जाता है
मर जाओगे बता दिया 
ना मर के दिखाया जाता है
मल है इससे दूर रहो नही 
मलमल सा मल के दिखाया जाता है
कैसा होगा जीवन दिखलाने को
 न नर्क में जाया जाता है गांधी

Paramjeet kaur Mehra

पवित्र गीता जी को बोलने वाला काल (ब्रह्म-ज्योति निरंजन) है, न कि श्री कृष्ण जी। क्योंकि श्री कृष्ण जी ने पहले कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ तथा बाद में कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ।कौरवों की सभा में विराट रूप श्री कृष्ण जी ने दिखाया था तथा यहाँ युद्ध के मैदान में विराट रूप काल ने दिखाया था।

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 पवित्र गीता जी को बोलने वाला काल (ब्रह्म-ज्योति निरंजन) है, न कि श्री कृष्ण जी। क्योंकि श्री कृष्ण जी ने पहले कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ तथा बाद में कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ।कौरवों की सभा में विराट रूप श्री कृष्ण जी ने दिखाया था तथा यहाँ युद्ध के मैदान में विराट रूप काल ने दिखाया था।
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