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Insprational Qoute
वो भी दौर था जब जी भर कर दोहन किया,मन चाहा शोषण किया, न वक्त का ख्याल था,न भविष्य का ध्यान था,जो चाहा था वो किया, ली फिर वक़्त ने ऐसी करवट, आज खुद तूने खुद को कैद किया था, वो मूक बेजान थी जो कुछ कह न सकी,वक्त ने ही जवाब दिया था, आज सकल सृष्टि एक सूक्ष्म से जीव का कलग्रास ही बन गया था, मानो जमाने गुजर गए हो,इतने दिनों से वो किसी से न मिला था।। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-110 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreAsha Giri
किसी मंच पर चढ़कर,अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर। ज़माने गुज़र गए,हमें ऐसा कुछ किए। परीक्षार्थी बन परिक्षा केंद्र में,पहुँचकर समय से पहले अपनी परिक्षाओं को खत्म कर। साइकिल पर बैठ,डबल सीट चलाए और मस्ती करते,ज़मीन पर जा गिरे,ज़माने गुज़र गए।। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-110 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read morePrerit Modi सफ़र
ज़माने गुज़र गए पर दिल से तेरी याद नहीं जाती है न आती है तू न मेरी फ़रियाद जाती है कोई तिलिस्म हाथ लगे तो बताना कोई इस दहर में 'सफ़र' को बिन तेरे जाँ में जाँ नहीं आती है दहर- दुनिया, another time तिलिस्म-जादू 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-110 में स्वागत करता है..🙏🙏
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read moreभुवनेश शर्मा
जब से बड़े-बड़े घरों में रहने लगे इंसान, कुछ ज्यादा ही समझदार हो गये... देख एक-दूसरे से नफरत का सिलसिला यह, ऐ जमाने मुझे मेरा वो मिट्टी वाला कच्चा मकान याद आता हैं..! जिसकी नीवें मिट्टी की होने के बावजूद स्नेह, विश्वास और प्रेम से परिपूर्ण हुआ करती थी..🌷🌷🌷 #गुजरे_हुए_लम्हे #thoughtoftheday #lifequotes #जमाने_गुज़र_गए #घरनहींरहे #safar_jindgi_ka #लोगों_को_बदलते_देर_नहीं_लगती #घरगुमहै इस जमाने में 🌷
जिसकी नीवें मिट्टी की होने के बावजूद स्नेह, विश्वास और प्रेम से परिपूर्ण हुआ करती थी..🌷🌷🌷 #गुजरे_हुए_लम्हे #thoughtoftheday #lifequotes #जमाने_गुज़र_गए #घरनहींरहे #safar_jindgi_ka #लोगों_को_बदलते_देर_नहीं_लगती #घरगुमहै इस जमाने में 🌷
read moreDR. SANJU TRIPATHI
ऐ जिंदगी! थक गए तुझसे मांगते-मांगते, अब थोड़ी खुशियां दे भी दे। गमों के साथ जिंदगी बिताते- बिताते, हमारी सारी जिंदगी गुजर गयी। चेहरे पर अब हमेशा, मुस्कुराहट का एक नकाब पहनकर रहने लगे हैं हम। आ जा थोड़ी सी ही सही, कोई खुशी दे दे, दिल से मुस्कुराए जमाने गुजर गए। जिंदगी में ना रंग है, ना नूर है, ना उम्मीद है और ना ही कोई आस है बची। आ जा जाने वाले, तेरे इंतजार में न जाने, कितने सावन बरस के गुजर गए। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-110 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreWriter1
अपने अंदर हम उलझलनों का उफान लिए है, ना जाने कितनी जिम्मेदारों का तूफान लिए हुए है, अपने लबों पर मंद मंद मुस्कान लिए हैं, ज़माना गुजर गया खुल के मुस्कुराए हुए, हम तो हंसी की दुकान लिए बैठे हैं। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-110 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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