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poonam atrey
कुछ इस तरह हम ग़म अपने छुपा लिया करतें हैं, बारिश में अक्सर अश्कों को बहा दिया करतें हैं, इन आँसुओ को कोई मेरी कमज़ोरी ना समझ ले, इसलिए हम महफ़िल में मुस्कुरा दिया करतें हैं, बहुत किये तूने सितम हम पर ए ! जिंदगी, अब दर्द पर ख़ुद मरहम लगा लिया करतें हैं, ख़्वाबों की देहरी पर बैठें रहे जिंदगी भर, अब उन ख़्वाबों से मन को बहला लिया करतें हैं, तोड़ा है हौसला अपनो ने कदम कदम पर मेरा, पर अब ख़ुद ही पीठ अपनी थपथपा लिया करतें हैं।। पूनम आत्रेय ©poonam atrey #बारिश_के_इस_मौसम_में #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिंदी Amit Bharti Shrivastav Nitish Tiwary Banarasi.. Ravikant Dushe अदनासा- प्रज्ञा डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) Aadvik (Alok)Singh Mili Saha Suresh Gulia Neel Nirmala Pant Sana naaz. Vishalkumar "Vishal" Deep isq Shayri #lover PREET (ᵔᴥᵔ) –Varsha Shukla Gulshan Kumar सूरज कुँवर "सरस" Rama Goswami सूरज कुँवर "सरस" Rakesh Srivastava Anudeep .. POONAM GUPTA वंदना .... A
#बारिश_के_इस_मौसम_में #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिंदी Amit Bharti Shrivastav Nitish Tiwary Banarasi.. Ravikant Dushe अदनासा- प्रज्ञा डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) Aadvik (Alok)Singh Mili Saha Suresh Gulia Neel Nirmala Pant Sana naaz. Vishalkumar "Vishal" Deep isq Shayri #lover PREET (ᵔᴥᵔ) –Varsha Shukla Gulshan Kumar सूरज कुँवर "सरस" Rama Goswami सूरज कुँवर "सरस" Rakesh Srivastava Anudeep .. POONAM GUPTA वंदना .... A
read moreN.g
बड़ी अजीब है यह बेवक्त की बारिश, अमीर पकौड़े खाने की सोचता है, और किसान जहर खाने की! ©N.g #Likho #बारिश_के_इस_मौसम_में
Vandana
तलाश करती हूं खुद को उसकी गहरी आंखों में कहीं छुपा हुआ सा मासूम इश्क दिखाई देता है खिड़की से बाहर बारिश हो रही मन बुन रहा प्रेम कविताएं,,,,,,,,,,,, खाली-खाली से दिन है बैठे हैं फुर्सत में मौसम का आनंद ले रहे,,,,,,, चहक जाता है मन जब मौसम करवट लेता है जैसे भीग रहा हो वो भी प्रेम की बारिश में,,,,,,,,
खिड़की से बाहर बारिश हो रही मन बुन रहा प्रेम कविताएं,,,,,,,,,,,, खाली-खाली से दिन है बैठे हैं फुर्सत में मौसम का आनंद ले रहे,,,,,,, चहक जाता है मन जब मौसम करवट लेता है जैसे भीग रहा हो वो भी प्रेम की बारिश में,,,,,,,,
read moreInsprational Qoute
वर्षो से जो एक बूंद मात्र के लिए थी तरस रही, आज वो झरने,धरा,मूक पक्षियों की गूँज चहक रही, अंगारों की भाँति तपती धरती की इस सावन यहिं पुकार, इस बारिश के मौसम में खत्म होगा मेरा बेइंतहा इंतजार, खिल जाएगी नई कलियां, आएगी मनभावन वसंत बहार, मुबारक हो आपको अनेक ऋतुओं का बदलता त्योहार, ऋतुओं के कालचक्र से चलता हैं ये सारा संसार, दिल खुश हो जाये ,जब दस्तक देती हैं रिमझिम फुहार, 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-50 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6-8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreranjita jena
आज भी मेरे आँगन मे तुम्हारे यादों के बारिश जमकर होती है, मुझे भिगोकर चली जाती है, इन्तजार आज भी करती हूँ, ये बारिश तूम्हारे यादों को तो अक्सर साथ ले आती है, मगर तुम्हें साथ लेकर कभी नहीं आती। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-50 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6-8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreNeha Pathak
भीगते हम और तुम आंसू के बारिश में दूरी बहुत बढ़ चुकी हम दोनों में शहर की दूरियां ख़तम नहीं होती और अब तेरे दिल के मन भीग रहा है मेरा इन बारिशों में आजाओ संग मेरे तुम भी भीगने तनहाई को कम कर जाएगी ये बरसात जब खोलेंगे हम तुम अपने यादों के छाते बचपन में जुकाम का डर होता था अब डर अश्रु में डूब जाने के अाजाओ तुम मेरे बाहों में और भीगते है सावन की बरसात में।। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-50 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6-8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read morePsychic Priya
ख्याल तक ही दे जाता सिरहन,ख्वाहिशों को मानो पर लगे हों, वो लाये संग अपने गुलाबी मौसम,हवाओं में जज़्बात घुलें हों! #rainmakesme #rainyromance #बारिशकाइंतज़ार #बारिश_और_तुम #बारिश_बरसे_जज़्बात #बारिश_के_इस_मौसम_में #yqdidi #yqhindi
नेहा उदय भान गुप्ता
बारिश के इस मौसम में, बस याद तुम्हारी आती हैं। बादलों के गर्जन के साथ, बातें तुम्हारी याद आती हैं।। बारिश में भीगतें थें साहिब, हम दोनों साथ साथ। कभी छतरी दौड़कर लेकर आतें, देते तुम मेरे हाथ।। बिजली का चमकना, कभी मेघों का क्रंदन। गलें से लिपट कर तुम्हारे, मैं करती थी रुदन।। बारिश के साथ ही याद आता हैं संग बिताया हर पल। कुछ भी हो जाएं, पर कभी ना भूलूंगी गुजरे कल।। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-50 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6-8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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read moreDILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان }
बारिश के उदास मौसम में🌧️ खुद को देखा तो याद आई कोई काश एक बार यू भी हों जाए में पुकारू तो लोट आए कोई ❤🔥 ©DILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان } #बारिश_के_इस_मौसम_में
नेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
बारिश के इस मौसम में, बस याद तुम्हारी आती हैं। बादलों के गर्जन के साथ, बातें तुम्हारी याद आती हैं।। बारिश में भीगतें थें साहिब, हम दोनों साथ साथ। कभी छतरी दौड़कर लेकर आतें, देते तुम मेरे हाथ।। बिजली का चमकना, कभी मेघों का क्रंदन। गलें से लिपट कर तुम्हारे, मैं करती थी रुदन।। बारिश के साथ ही याद आता हैं संग बिताया हर पल। कुछ भी हो जाएं, पर कभी ना भूलूंगी गुजरे कल।। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-50 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6-8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
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