Find the Best ईश्वर_सत्य_है Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Shishpal Chauhan
ईश्वर एक असीम शक्ति है, उन्हीं के नाम से मुक्ति है। जो करता उनकी भक्ति है, वही निकलता जुगती है। कण-कण में वह विद्यमान है, जो भी लगाता उनका ध्यान है। मनुष्य भवसागर से पर उतर जाता है, जब सच्चा मन लगता है। सोई किस्मत जाग जाती है, सारी मुसीबतें भाग जाती हैं। चेहरे पर अलग सा नूर छा जाता है, जब उनका नाम जिह्वा पर आता है। अंधेरा जीवन से हट जाता है, जीवन में नया सवेरा आ जाता है। हम सब उनके चरणों की धूल हैं, माफ कर देते हैं वे हमारी भूल हैं। बुरे वक्त में रक्षा हमारी करते हैं, सब की खुशियों से झोली भरते हैं। ©Shishpal Chauhan #ईश्वर_सत्य_है
Tarun Rastogi kalamkar
ईश्वर के आधीन है, सकल जगत विस्तार। उसकी इच्छा के बिना, हिले नहीं पतवार। हिले नहीं पतवार, नाव फिर डगमग डोले। नदी बीच में नाव , लगी खाने हिचकोले। निकले तन से प्राण, लगे फिर सबकुछ नश्वर । करे कृपा अब नाथ ,बचा ले हमको ईश्वर। ©Tarun Rastogi kalamkar #ईश्वर_सत्य_है
Vandana
खुद को जिंदा दिखाने के लिए सौ जतन करता मानुस कहीं तस्वीर कहीं तकदीर हर वक्त बेचैन सा आकांक्षाएं अभिलाषाएं है बेपनाह भटकता पल पल बेवजह खुद को बदलता रहता प्रतिपल मृत्यु है समर्पण,,अहंकार है जिंदा रहने में राख है जीवन,,खाक है इच्छाएं प्रार्थनाएं है मंत्रों की,,,समर्पण है भाव भटकता है प्रतिपल मन ठहर जाता कुछ पल जीवन शाश्वत सत्य है परमपिता परमेश्वर जो है सृष्टि के कण-कण में जो है इस तन में मन में संपूर्ण जगत में🙏💐
मृत्यु है समर्पण,,अहंकार है जिंदा रहने में राख है जीवन,,खाक है इच्छाएं प्रार्थनाएं है मंत्रों की,,,समर्पण है भाव भटकता है प्रतिपल मन ठहर जाता कुछ पल जीवन शाश्वत सत्य है परमपिता परमेश्वर जो है सृष्टि के कण-कण में जो है इस तन में मन में संपूर्ण जगत में🙏💐
read moreVandana
🙏🌹 इकतारा बजाता हुआ एक बाबा आया गली में उसके हृदय से निकलते अंतरात्मा से रस में डूबे ईश्वर को समर्पित हो रहे उसके प्रेम भरे गीत,,,, किस तरह उसकी वाणी से निकलती पवित्र ध्वनि कानों में पहुंचकर रस घोल रही थी,,, आकर्षित करती थी उस तक जाने को,,,,,
इकतारा बजाता हुआ एक बाबा आया गली में उसके हृदय से निकलते अंतरात्मा से रस में डूबे ईश्वर को समर्पित हो रहे उसके प्रेम भरे गीत,,,, किस तरह उसकी वाणी से निकलती पवित्र ध्वनि कानों में पहुंचकर रस घोल रही थी,,, आकर्षित करती थी उस तक जाने को,,,,,
read moreVandana
वो निराकार है उसे आकार में क्यों कैद करू वह कण-कण में वो क्षण क्षण में वो ही भीतर वो ही बाहर,,— % &— % & वो निराकार है उसे आकार में क्यों कैद करू वह कण-कण में वो क्षण क्षण में वो भीतर वो बाहर,, छिपा ना उससे कुछ भी वह आकाश है वो शुन्य है वो तलाश है वो प्यास है,,, वो देह हैं वो इंद्रियां है वह मन है वह चित्त है, वो अनंत है वह निराकार है वह भाव है वह स्वभाव है,,
वो निराकार है उसे आकार में क्यों कैद करू वह कण-कण में वो क्षण क्षण में वो भीतर वो बाहर,, छिपा ना उससे कुछ भी वह आकाश है वो शुन्य है वो तलाश है वो प्यास है,,, वो देह हैं वो इंद्रियां है वह मन है वह चित्त है, वो अनंत है वह निराकार है वह भाव है वह स्वभाव है,,
read moreVandana
कौन सी चीज है जो चरम एहसासों से भर देती है,,, जो मुफ्त में मिलती है जिसके लिए कदम उद्विग्न होते सहसा उस तरफ चल पड़ते हैं,,, वह है भोर की बेला पंछियों का मेला रक्तिम सूरज की लाली शीतल पड़ा एक और चांद,,, हर तरफ उत्साह आनंद की तरंग पंचतत्व से बने इस तन में भी उभरती है उमंग,,, प्रातः काल की अनुपम भावपूर्ण अविस्मरणीय सादगी ताजगी प्रेम उतरता सृष्टि के कण-कण में,,, यही तो है असली सत्य अविश्वसनीय प्रसंता का गूढ़ रहस्य,,, प्रातः काल की बेला में छत में अकेले में,, हाथ में चाय का गिलास,, स्वच्छ ताजगी विचारों का मस्तिष्क में संचार अद्भुत अनुपम आनंदमयी हृदय से ओतप्रोत होकर रच दिए कुछ पंक्तियों का संसार,,,,
प्रातः काल की बेला में छत में अकेले में,, हाथ में चाय का गिलास,, स्वच्छ ताजगी विचारों का मस्तिष्क में संचार अद्भुत अनुपम आनंदमयी हृदय से ओतप्रोत होकर रच दिए कुछ पंक्तियों का संसार,,,,
read moreVandana
जाने कितनी श्रेष्ठतम चीजें काल के गर्द में समा गई,,,, और कुछ चुनिंदा चीजें रह गई इतिहास के पन्नों में,,,, जो साक्षात घटा था वह इतिहास नहीं जो दिखाया गया है वह इतिहास है जो कुछ पन्नों में कैद हुआ स्मृतियों में छाप बन के रह गया हर चीज को प्रस्तुत किया बढ़ा चढ़ाकर,,सत्यता से दूर,,
जो साक्षात घटा था वह इतिहास नहीं जो दिखाया गया है वह इतिहास है जो कुछ पन्नों में कैद हुआ स्मृतियों में छाप बन के रह गया हर चीज को प्रस्तुत किया बढ़ा चढ़ाकर,,सत्यता से दूर,,
read moreVandana
रास्ते का छोटा नन्ना सा तुलसी का पौधा मुस्कुरा के उसने मुझे पास बुलाया,,, मेरे कोमल हाथों ने उसे सड़क से उठाकर प्यारे से गमले में लगाया,,, आज वह खिल खिलाकर गमले में जी रहा है शान से और दे रहा है ढेरों आशीर्वाद मुझे,,, उसकी नरम हरी पत्तियां,,, सहला रही है मुझे प्यार से,,, भर रही है सकारात्मक ऊर्जा से मेरे घर को,,,, जीवन बिखरा है यहीं कहीं पर,,, कहीं पर पीपल के बीजों से उगता पौधा देखती हूं,,,
आज वह खिल खिलाकर गमले में जी रहा है शान से और दे रहा है ढेरों आशीर्वाद मुझे,,, उसकी नरम हरी पत्तियां,,, सहला रही है मुझे प्यार से,,, भर रही है सकारात्मक ऊर्जा से मेरे घर को,,,, जीवन बिखरा है यहीं कहीं पर,,, कहीं पर पीपल के बीजों से उगता पौधा देखती हूं,,,
read moreNammy S
जब हर तरफ अंधकार हो खोये सब विचार हो बंद हर द्वार हो सिर्फ तुम ही मेरे सार हो। मन विध्वंसक का अंबार हो हर ओर अविश्वास अपार हो टूटे रास्ते गड्ढे अपार हो सिर्फ तुम ही मेरे सार हो। अब आ जाओ जो मेरे हो सिर्फ तुम ही मेरे संसार हो दिल मे बेशुमार हो बस तुम ही मेरे सार हो। #राम #गुरु #आस्था #विश्वास #कृपा #दया #nammy27 #ईश्वर_सत्य_है
kavi manish mann
चं चल मन पर काबू पाऊंँ विनती यही करूंँ मैं भगवन। #पिरामिड #मौर्यवंशी_मनीष_मन #ईश्वर #ईश्वर_सत्य_है
#पिरामिड #मौर्यवंशी_मनीष_मन #ईश्वर #ईश्वर_सत्य_है
read more