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Bhavani Shankar Dan Depawat
( 1 ) बड़े लक्ष्य की राह में बाधाएं भी बड़ी आती है तुम्हें मंजिल से पहले रूकना नहीं है बाधाओं के आगे झुकना नहीं है तुम्हें दूर तक चलना है मंजिल प्राप्ति की दौड़ में बहुत मचलना है मिले साथ या मिले तनहाई तुम्हें करनी है कईयों की अगुवाई मंजिल है बहुत दूर अभी तुम्हें और चलना है संघर्ष की भट्टी में अभी तुम्हें और तपना है सफल तो तुम अब भी हो दिल में मंजिल प्राप्ति का जज्बा है तब भी हो मंजिल तो तुम्हें मिलनी ही है आज नहीं तो कल मिलनी है तुम्हें तो मंजिल से पहले रूकना नहीं है बस इतनी सी बात समझनी है ©Bhavani Shankar Dan Depawat #बेहद_लेखनी #charan7 #depawat #AWritersStory
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तुझे सोच कर मेरे चेहरे पर शिकन सी आ जाती है तुझे पास महसूस कर मेरी सारी नसें तन जाती है न जाने जीवन में तेरा साथ भी कैसा होगा अपना सा या फिर अजनबी वाला एहसास होगा रंगीन फूलों की बनी प्यारी सी बगिया होगा या जो हाल ही में उजड़ा वो उपवन होगा ©Bhavani Shankar Dan Depawat #बेहद_लेखनी #Charan #charan7 #depawat #brothersday
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कितने रंगों की है यह दुनिया फिर मेरी दुनिया क्यों बेरंग रह गई कितने हैं फूल खिले इस बगिया में फिर मेरी बगिया क्यों रूखी रह गई ©Bhavani Shankar Dan Depawat #Charan #charan7 #depawat #Love #बेहद_लेखनी #brothersday
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ख़्वाहिशें जल रही थी एक जीद की आग में नींद आँखों से नदारद थी सुकून खोजती रात में मंजिले ओजल हो रही थी जज़्बातों के आगोश में रास्तों में दुविधा बढ़ती जा रही थी प्रतियोगिता के दौर में बेचैनी बढ़ रही थी खुद के अधूरे सपनों की ओट में अब तो बस हार माननी बाकी रह गई थी शीतल होते जुनूं में ©Bhavani Shankar Dan Depawat #बेहद_लेखनी #Charan #charan7 #depawat #stay_home_stay_safe
Bhavani Shankar Dan Depawat
जीवन मेरा अधूरा अधूरा सा लगता है, बीन तेरे खिला चेहरा भी मुरझाया सा लगता है ! ना तो आगे बढ़ पाता हूँ , ना पीछे मुड़ कहीं कुछ देख पाता हूँ ! कैसी यह कशमकश है , शायद ! जीवन की यह भी एक अजीब रस्म है ! ©Bhavani Shankar Dan Depawat #Charan #charan7 #depawat #Deshnoke #बेहद_लेखनी #stay_home_stay_safe
Bhavani Shankar Dan Depawat
ख्वाहिशें न कोई भी पूरित हो सकी वीरवर को तो समर में उतरना ही था माँ और मुझ में से एक को चुनना भी था माँ को चुनकर मुझे अमर कर गए चुनते अगर मुझे तो मरना ही था रोए तो भी किसे, था जो भी वो मेरा ही था छोड़ गया जो मुझे , उसको तो जाना ही था अकेले हैं फिर भी जीवन को संभाले रहे साँस में जो है वो, मरकर उसे मारना ना चाहा आस फिर भी यही , एक दिन मिलना तो हो एक बार ही सही, फिर से रूठे हुए को मनाना तो हो ©Bhavani Shankar Dan Depawat #Charan #charan7 #depawat #Deshnoke #bikaner #बेहद_लेखनी #AWritersStory
Bhavani Shankar Dan Depawat
भाग्य में सुकूं तो नहीं फिर भी हम मुस्कुराते चले खुशी के पल ढूंढते सपनों का संसार बुनते चले पता था ख्वाब तो ख्वाब है फिर भी ख्वाबों की दुनिया में जीते रहे जीना है आज ,आज में ही जीते रहे ©Bhavani Shankar Dan Depawat #बेहद_लेखनी #Charan #charan7 #depawat #bikaner #deshnok #loveshyari #heratbroken #BreakUp #AWritersStory
Bhavani Shankar Dan Depawat
हर सुबह मिलने की आस मे जग उठे शाम के साथ हम भी ढलते रहे आस थी प्यास थी अकेलापन और यह चंचल मन चंचल मन की व्यथा बताते रहे प्रेमी दिवानों की गाथा गाते रहे अधूरी ख्वाहिशें टूटे सपने कुछ रूठे अपने अपनों को मनाने मे वक्त बिताते रहे वक्त के बीतने मे खुद के बीतने की राह मे रहे दुनिया दिखावटी मन मिलावटी मुखौटे ही शेष है भेष तो बदलते रहे बदलते वक्त के बहाव मे हम भी बहते रहे खुद की नौका वक्त के हाथों खेते रहे ©Bhavani Shankar Dan Depawat #Charan #charan7 #depawat #Deshnoke #bikaner #rajasthan #Hindi_Shayri #बेहद_लेखनी #AWritersStory
Bhavani Shankar Dan Depawat
लोग कहते हैं गुस्सा बहुत आता है क्या बताएं जनाब सच बोलते हैं , और सच ही सुनना पसंद करते हैं सच कड़वा होता है कोई मीठी छुरी थोड़े ही है गुस्सा तो आएगा ही । रगों में शुद्ध रक्त है कोई पानी थोड़े ही है उबाल तो मारेगा ही । ©Bhavani Shankar Dan Depawat #बेहद_लेखनी #Charan #depawat #charan7 #bikaner #Health
Bhavani Shankar Dan Depawat
जिस घर में वो ना हो वह घर मेरा आशियाना ना हो जिस बिस्तर पर वो ना सोए वह मेरा बिछोना ना हो । मेरे साथ होने पर भी वो रोए ऐसा कल ना हो साथ होकर भी साथ ना हो तो यह भानू ना हो । जिस में उसका जिक्र ना हो वो दुआ भी कबूल ना हो उसके बगैर अगर हो जीना तो फिर जीवन ही ना हो । ©Bhavani Shankar Dan Depawat #Charan #charan7 #depawat #Deshnoke #bikaner #बेहद_लेखनी #Health