Find the Best फ़ैसला Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutअब हवाएं ही करेंगी रोशनी का फ़ैसला, क़ुदरत का फ़ैसला वीडियो, क़ुदरत का फ़ैसला मूवी, क़ुदरत का फ़ैसला, जाना तेरा फ़ैसला था,
Imran Shekhani (Yours Buddy)
जब आप खुद सोचोगे #लोग #जिंदगी #फ़ैसला #Original #ownvoice #thought #lifequotes #philosophical #fundaoflife #YoursBuddy
read moreAstha Gupta
क्यू करें शिकायत जब ख़ुद को ही फैसले लेने नहीं आते क्यों रोए किसी के लिए जब तोड़ दिया ख़ुद ही उनसे रिश्ते नाते ©Astha Gupta #फ़ैसला
Sarfaraj idrishi
ओए सुनो.... यूँ ना फ़ैसला करो मेरी हार-जीत का, मेरी कोशिशों से अभी वाक़िफ नहीं हो तुम..!! ©Sarfaraj idrishi #river *यूँ ना #फ़ैसला करो मेरी हार-जीत का,* *मेरी #कोशिशों से अभी #वाक़िफ नहीं हो तुम..!!* #idrishi #Edrishi #सरफराज_इदरीशी #सरफराज #Sarfaraj *#Siddiqui....*GRHC~TECH~TRICKS Ankesh Yadav प्रतिहार Sanchita arvindyadav_1717
Rabindra Kumar Ram
" चल कुछ फ़ैसला कर लिया जाये , जो मुहब्बत तो वेशक कुछ तो यकीन की जाये , जस में आया मुसाफ़िर हूं मैं तो , तुझे छु के इस हासिले मंजिल का एतबार कर ली जाये ." --- रबिन्द्र राम " चल कुछ फ़ैसला कर लिया जाये , जो मुहब्बत तो वेशक कुछ तो यकीन की जाये , जस में आया मुसाफ़िर हूं मैं तो , तुझे छु के इस हासिले मंजिल का एतबार कर ली जाये ." --- रबिन्द्र राम #फ़ैसला #मुहब्बत
Rabindra Kumar Ram
" बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बीच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम Pic: self " बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बीच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम
Pic: self " बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बीच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम
read moreRabindra Kumar Ram
" बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बिच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम " बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बिच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम #गुमसुम #गुमनाम #मंजिले #इश्क
Rabindra Kumar Ram
" मुझपे ये इल्ज़ाम लग चला है , तेरे नजरों का एहतराम हो चला है , कर दे तु ही ये फैसला जरा , आखिर तु मुझे कैन सा इनाम देने चला है . " --- रबिन्द्र राम " मुझपे ये इल्ज़ाम लग चला है , तेरे नजरों का एहतराम हो चला है , कर दे तु ही ये फैसला जरा , आखिर तु मुझे कैन सा इनाम देने चला है . " --- रबिन्द्र राम #इल्ज़ाम #नजरों #एहतराम #फ़ैसला #इनाम
Gumnam Shayar Mahboob
दोनों फरीक की बातें सुनना फिर तुम करना फैसला एक तरफ की बातें सुनकर बिगड़ जाता है मसअला एक की बात सुनकर गलत सही का निर्णय न लें #फरीक #बातें #फ़ैसला #एकतरफा #मसअला #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob
एक की बात सुनकर गलत सही का निर्णय न लें #फरीक #बातें #फ़ैसला #एकतरफा #मसअला #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob
read moreGumnam Shayar Mahboob
वक़्त-ए-फैसला सब कुछ दिखाई दे रहा था मैं सही था मगर फिर भी सफाई दे रहा था कई बार सही होने पर भी सफाई देनी पड़ती है #yqbaba #वक्त #फ़ैसला #दिखाई #सफाई #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
कई बार सही होने पर भी सफाई देनी पड़ती है #yqbaba #वक्त #फ़ैसला #दिखाई #सफाई #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
read moreSangeeta Patidar
"कुछ कहा जो ग़र, तो 'फ़ासला' हो जाएगा, नहीं कहा, तो उनके मन मुताबिक 'फ़ैसला'। बोलकर, निकले लफ़्ज़ों के मतलब हज़ार, ख़ामोश रहो, तो मनमर्ज़ी के ज़वाब 'चार', कुछ जताया जो ग़र, तो 'बदल' हो जाएगा, नहीं जताया, तो उनके मन मुताबिक 'बदला'। ढंग बदले, रोज़ की 'तू-तू-मैं-मैं' के रंग देख, पहले सा कुछ नहीं, यूँ वक़्त-ए-सितम देख, कुछ सुझाया जो ग़र, तो 'गीला' हो जाएगा, न सुझाया, तो उनके मन मुताबिक 'गिला'। कुछ कहा जो ग़र, तो 'फ़ासला' हो जाएगा, नहीं कहा, तो उनके मन मुताबिक 'फ़ैसला'।" -संगीता पाटीदार "कुछ कहा जो ग़र, तो 'फ़ासला' हो जाएगा, नहीं कहा, तो उनके मन मुताबिक 'फ़ैसला'। बोलकर, निकले लफ़्ज़ों के मतलब हज़ार, ख़ामोश रहो, तो मनमर्ज़ी के ज़वाब 'चार', कुछ जताया जो ग़र, तो 'बदल' हो जाएगा, नहीं जताया, तो उनके मन मुताबिक 'बदला'।
"कुछ कहा जो ग़र, तो 'फ़ासला' हो जाएगा, नहीं कहा, तो उनके मन मुताबिक 'फ़ैसला'। बोलकर, निकले लफ़्ज़ों के मतलब हज़ार, ख़ामोश रहो, तो मनमर्ज़ी के ज़वाब 'चार', कुछ जताया जो ग़र, तो 'बदल' हो जाएगा, नहीं जताया, तो उनके मन मुताबिक 'बदला'।
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