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haridyalsingh2458
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Haridyal Singh

Alone Boy 💔

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Haridyal Singh

लहू जिनका है हमारी रगों में
तेवर भी उनका वरदान है शान से जीना सिखाया जिन्होंने हमें
बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर उनका नाम है

14, अप्रैल सन,1891
संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर आप सभी को दिल से हार्दिक शुभकामनाये

©Haridyal Singh #Ambedkar_Jayanti
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Haridyal Singh

एक नफरत 😔 है जिसको पल भर में महसूस कर लिया जाता है और
एक प्रेम ❤ है जिसका यकीन दिलाने के लिए सारी जिंदगी भी कम पड़ जाती है...👏🏻

©Haridyal Singh

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Haridyal Singh

🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹
बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत की;
कोई किसी को बहुत टूट कर चाहता है;
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।
🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹

©Haridyal Singh

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Haridyal Singh

ना तस्वीर है उसकी कि दीदार किया जाये, 
ना पास है वो जो उसे प्यार किया जाये,
यह कैसा दर्द दिया है उस बेदर्द ने , 
ना उससे कुछ कहा जाये, 
ना उसके बिन रहा जाये।

©Haridyal Singh

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Haridyal Singh

होती नही है मोहब्बत सूरत से। मोहब्बत तो दिल से होती है सूरत उनकी खुद बे खुद  लगती है प्यारी कदर जिनकी प्यारी होती है

©Haridyal Singh

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Haridyal Singh

होती नहीं है मोहब्बत सूरत से,
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी,
कदर जिनकी दिल में होती है..!!🌹🌹🌹

©Haridyal Singh #ShahRukhKhan
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Haridyal Singh

किस्मत ने तुमसे दूर कर दिया;
अकेलेपन ने दिल को मज़बूर कर दिया;
हम भी ज़िंदगी से मुँह मोड़ लेते मगर;
तुम्हारे इंतज़ार ने जीने पर मज़बूर कर दिया।

©Haridyal Singh

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Haridyal Singh

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Haridyal Singh

यूं ही बेवजह बयां ना कर हर किसी से
अपने दिल की बात...,
❣❣❣❣❣❣❣❣❣
ख़ामोश रह कर देख अपने चाहने वालों की भीड़ में 
❣❣❣❣❣❣❣❣❣
कि आखिर तुझे समझता कौन है...! #girl
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Haridyal Singh

जिस पत्थर से ठोकर खाई, 
      उसी पत्थर से फिर ठोकर खाना, 
मैं मुर्खता ही कहुंगा। 

अर्थात जहाँ से बदनामी मिल गई, 
    
  वहाँ फिर से जाओगे तो , 
           बदनामी ही मिलेगी।

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