सुखी पलक की औट मे समंदर दबाये बैठा हूँ
जिंदा हूँ फिर भी मेरी ही अर्थी सजाये बैठा हूँ
कब तक जिंदा रहूंगा इसी का हिसाब लगा बैठा हूँ
चार दिन बचे हैं जिनमे भी तुमसे प्यार कर बैठा हूँ
इन प्यार के रास्तो पर खुद को ही जला बैठा हूँ #Pain#nojotohindi#शायरी#WriterLaxman