Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser4200564844
  • 18Stories
  • 126Followers
  • 136Love
    0Views

Jagdeep singh Deep

कवि

  • Popular
  • Latest
  • Video
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

मेरी दुनिया इतनी सी बस,
मेरी माँ मेरे लिए है सब।

©कवि जगदीप सिंह 'दीप' #माँ
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

🙏🌷😢 अश्रुपूरित भावोद्गार: डॉ प्रियंका 😢🌷🙏

बुझी कई रोशनियाँ घर की, हृदय द्रवित हो जाते हैं, 
क्या है मूल्य रोशनी का,हम शमाँ जला समझाते हैं।
चीख छुपा लेता है भीतर हैशटैग का ज़रिया जो, 
जागरूक हैं हम कितने अब यह सबको बतलाते हैं।
यही रही क्या संस्कृति अपनी जो सबको दिखलाते हैं? 
वह अतीत शर्मिंदा हमसे जिनके पूत कहाते हैं । 
बात धर्म की करने का है अब उसको अधिकार नहीं, 
जो कापुरुष भगिनि की रक्षा में भी खूब लजाते हैं । 
काटो सभी भुजाओं को जो ऐसा कृत्य रचाते हैं, 
आओ सभी दरिंदों को हम नंगा नाच नचाते हैं। 
अब शमशीर उठा लो, काटो गला सभी रेपिस्टों का, 
राणा का ही रक्त बह रहा हममें, आज दिखातें हैं ।

© कवि जगदीप सिंह 'दीप'
      वशिष्ठ नगर [बस्ती]
       9161783152 🙏🌷😢 अश्रुपूरित भावोद्गार: डॉ प्रियंका 😢🌷🙏

🙏🌷😢 अश्रुपूरित भावोद्गार: डॉ प्रियंका 😢🌷🙏 #कविता

d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

 #रक्त 
#रौब 
#रूतबा 
#राजपूत
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

 #ठीक_है
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

जब कोई तुम्हें बर्बाद कहने लगे, तब समझ जाओ कि तुम्हारे आबाद होने का समय आ गया है, और खुद को इतना बड़ा बनाओ कि तुम्हें बर्बाद कहने वाला भी जिंदाबाद कहे।

©जगदीप सिंह 'दीप' #मैं_जिन्दा_हूँ
#मैं_अद्वितीय_हूँ
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

पालतू बनकर अपने स्वाभिमान को गिरवी रखने से अच्छा है मैं फालतू ही रहूँ


©जगदीप सिंह 'दीप' #स्वाभिमान
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

मत खोना मोहब्बत के अंधेरे में ऐ दोस्त...
कवि हूँ रवि नहीं जो तुम्हारे जीवन में पुनः उजाला कर दूँ ।
जगदीप सिंह 'दीप' #alonebuthappy
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

काश तुम समझ सकती मुझे...
कि कितना समझता हूँ तुम्हें
जगदीप सिंह 'दीप' #alone
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

मोहब्बत नामंजूर है तुम्हें तो क्या हुआ...
नफरत का रिश्ता, इतना भी बुरा नहीं है।
जगदीप सिंह 'दीप' #nafrat bhi rishta hai
#सुप्रभात_मित्रों
d97ce582858d10912b79a92b783c27e3

Jagdeep singh Deep

हमारे देसीपने का अंदाजा तुम क्या लगाओगे जनाब
हम तो 'चाय' को भी  'चाह'  कहते हैं... 😊
जगदीप सिंह 'दीप' #हमहैदेसी
#सुप्रभात
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile