चुप क्यों हो, कुछ बोलते क्यों नहीं
सुना हैं तुम भगवान हो, फिर दर्द सुनते क्यों नहीं
कल किसी के घर आज तुम्हारे दर पर हुआ हैं
हाँ तुम्हारे ही कुछ लोगो ने उसका जिस्म छुआ हैं
मोमबत्तियों संग जला रहे इंसान एहसास सब धुँआ हैं
निर्लज लोभी मतलबी इंसान आज भी बूत हुआ हैं
माँगू कहाँ इंसाफ बता जरा विश्वास थमा हुआ हैं
सत्य तो ये हैं मेरा अंध कानून चन्द सिक्को का जुआँ हैं #Quotes#girl#justiceforasifa#Stoprape