#Journey#चेहरे पर #दुपट्टा सिर्फ #आंखे दिख रही थी।
ये #ख्वाब था या #हकीकत
पता नहीें.......
आते दिख रही थी या जाते दिख रही थीheartlessrj1297 Shreya Hemlata v sankpal IshQपरस्त कवि संतोष बड़कुर #लव
लिखा है #खत#गम भुलाने के लिए,
आज मिल लो मुझे रूलाने के लिए।
फिर पता नहीें कब होगी #ख्वाहिश मिलने की पूरी,
दिन रात तुझे #याद करते बढ रही है मीलो की दूरी।
गिले #शिकवे#शिकायत सब भूला के आजा ,
ए मेरी मांग #सिन्दूर से भर दे मेरे राजा।।
16/02/2023
༒N𝓪Ƭ𝕂𝓱𝓪t N𝓪ω𝓪ℬ༒$k❤🤗😘 #ज़िन्दगी