अफशाना लिखता हूँ, कुछ फ़शाना लिखता हूँ। कुछ दिल के अपने जज्बात लिखता हूँ मैं कोई शायर या कवि नहीं हूँ फिर भी, जो दिल कहे मेरा, मैं वो बात लिखता हूँ।। :- कुमार संजू निर्मोही,
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi
Sanju Nirmohi