निराली है काशी अद्भुत है काशी
जहाँ हर रंग की लीला है
आओ चले महाशिवरात्रि बाबा की शादी
जहां हर रश्म की अनोखी लीला है
हल्दी मेहंदी हर रस्म निभाती काशी
धूम धाम से ढोल-ढाक से
शंखनाद और पुष्पवर्षा से गौना कर
महादेव संग लौटी गौरा है काशी #Holi#कविता
Akanksha Srivastava
लो खोली मैंने अलमारी
क्या पहनें अब भला ये अबला नारी
हाय वही पीला वही नीला
अब ना भाय एक भी कपड़ा
निकल पड़ी जब शॉपिंग करने
शॉपकीपर ने शुरू की अपनी बारी
हाय पकड़ कपार बैठ गया वो
पूछे मैडम अब क्या लोगे #girl#कविता
Akanksha Srivastava
मुझे सादगी पसन्द है
उन्हें हमारी खूबसूरती
मुझें काली बिंदी पसन्द है
उन्हें हमारी काली साड़ी #शायरी
Akanksha Srivastava
सुनो एक बात है कहना
इश्क़ है हमे तुमसे
इस बात का जिक्र है करना
कब तक रखूं दिल की।बात दिल मे
#कविता#proposeday
तुम यू क्यों उदास बैठी हो
चलो उठो और एक नयी शुरुआत करो,
देखों वो निकल गया आंखों में धूल झोंक
अब तो तुम भी अपने आँखों को साफ करो,
यू कब तक रोगे घुट घुट कर
यू कब तक रोगे घुट घुट कर ,
अब तुम भी तो उसका तिरस्कार करो
बहुत हुआ रोना धोना, #Woman#कविता