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anildwivedi4354
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Anil Dwivedi

Engineer, Poet, Writer, Tennis , Marathon.

https://www.facebook.com/anildvd/

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Anil Dwivedi

#पुरानाकपड़ा

इक काशिश सी होती है,
इक एहसास सा चुभता है।
जब कभी भी पुराना कपड़ा,
इस बदन को छूता है।

कुछ पुराने पल दिखते हैं,
एक दौर गुज़रता है।
मन के अंतरंग में,
एक मिठास सा घुलता है।
जब कभी भी पुराना कपड़ा,
इस बदन को छूता है। #poetry #anildwivedi #nojoto
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Anil Dwivedi

क्या कशिश है मेरे दिल में किससे कहूं
वो मेरे थे, मेरे हैं, मैं क्यों चुप रहूं  #DPF #Mylove #Nojoto #poetry #AnilDwivedi
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Anil Dwivedi

तुम्हारे पास आके मै जाना
कौन अपना है कौन बेगाना
कई दिनों से सोचता हूँ मैं
की तब मैं था या अब हूँ दीवाना #DPF #Nojoto #Poetry #AnilDwivedi
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Anil Dwivedi

किसी की याद में वो गल गया है
अजनबी की तरह वो कल गया है

मैं पीछे से खड़ा तकता रहा यूँ,
लगा अपना ही बीता पल गया है। #DPF #Nojoto #AnilDwivedi #Poetry
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Anil Dwivedi

प्यासा था मैं दरिया ही तुमनें जाम कर दिया,
हमनें ये जिंदगी तुम्हारे नाम कर दिया ।

काँटो से भी मेरे पैर में होती नही चुभन,
लोगों ने मेरा दर्द भी नीलम कर दिया ।। #DPF #poetry #AnilDwivedi
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Anil Dwivedi

दिल्ली-NCR में आये दिन हो रहे कुकृत्य के विरोध में एक बार पुनः एक संकल्प, जो मुश्किल पर जरूरी है । अबकी होली को मैं, एक बन्द कमरें में मनाऊंगा। रंग गुलाल का गम सह लूँगा, अश्को से खुद को रंग लूँगा, पड़ोसियों से नही मिलूँगा, गलियों में नही जाऊँगा ! #Poetry #dpf #AnilDwivedi #मेरेस्वर

दिल्ली-NCR में आये दिन हो रहे कुकृत्य के विरोध में एक बार पुनः एक संकल्प, जो मुश्किल पर जरूरी है । अबकी होली को मैं, एक बन्द कमरें में मनाऊंगा। रंग गुलाल का गम सह लूँगा, अश्को से खुद को रंग लूँगा, पड़ोसियों से नही मिलूँगा, गलियों में नही जाऊँगा ! #Poetry #dpf #AnilDwivedi #मेरेस्वर

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Anil Dwivedi

हमकों इस गाँव में ही रहने दो,
कद्र शहरों में कहाँ जिंदा है ।

शुक्र है इस जगह सुकून तो है,
मेरे दुश्मन जो कुछ चुनिंदा हैं ।

दफन रहने दो कब्र में ही उसे,
वो अपने किये पर शर्मिंदा है ।

किसी को चाहे भी तो कैसे हम,
ये दिल अजीब सा परिंदा है । #DPF #Poetry #AnilDwivedi

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