*मित्र वही जो दिल बस जाए।*
*सुख दुख में वह संग निभाए।*
*पथ से डिगने पर जो टोके।*
*सच्चा मित्र वही कहलाए।।*
*प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, रविवार* #poem
Pravin Tripathi
*गंगा को धारण किया, करने जग कल्याण।*
*गोमुख से तब सिंधु तक, गंगा करें प्रयाण।।*
*गंगाजल अभिषेक से, शिव को करें प्रसन्न।*
*दुख दारिद सारे मिटें, जगत बने संपन्न।।*
*प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 30 जुलाई 2019*
Pravin Tripathi
*विघ्नहारी प्रभात,*
*जगन्नाथ हे नाथ प्रभु, खड़े आपके द्वार।*
*दे दर्शन कृत-कृत करो, करवाओ भव पार।*
*स्वामी तिहरी कृपा का, नहीं आदि अरु अंत।*
*स्वामी तव ब्रह्मांड के, महिमा अतुल अनंत।।*
*प्रवीण त्रिपाठी, 03 जुलाई 2019*
Pravin Tripathi
*नवल प्रभात,*
*हनुमत भारत भूमि से, दूर करो आतंक।*
*निर्मल हर इक हिय रहें, धुल जायें सब पंक।।*
*हिंसा में को भी जुटे, उन पर करो प्रहार।*
*स्थापित फिर से शांति हो, करना यह उपकार।।*
*प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 02 जुलाई 2019*
Pravin Tripathi
Pravin Tripathi
_*पितृ दिवस पर सभी पिताओं को समर्पित कुछ दोहे...*_
*देवतुल्य है हर पिता, वह जीवन का मूल।*
*वह पराग के तुल्य है, जिससे खिलते फूल।।1*
*संतति को देता सदा, गहन वृक्ष सम छाँव।*
*कष्ट न हो संतान को, खुद लग जाता दाँव।।2*
Pravin Tripathi
Pravin Tripathi
Pravin Tripathi
*मनोरम रविवार,*
*खुद निर्धनता में रही, पर पहनाया ताज।*
*चुका सकेंगे क्या कभी, ऋण को बच्चे आज।।11*
*भूलें मत कर्तव्य हम, माँ का हो सम्मान।*
*उनकी लाठी हम बनें, चले यही अभियान।।12*
*प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 09 जून 2019*
Pravin Tripathi
*शुभ सप्ताहांत,*
*निज संतति फूले-फले, रखे यही मन आस।*
*करे निछावर वह सभी, जो है उसके पास।।9*
*वो विचलित होती नहीं, भले कठिन हो राह।*
*बच्चों पर विपदा न हो, हर जननी की चाह।।10*
*प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 08 जून 2019*