ख़यालों को शब्दों से पिरोने का काम करती हूँ
कुछ अपने, कुछ आपके सबको मिला कर कविता बना देती हूँ।
Just feel my words and relate to it..❣️
insta- i_msandhya_10
दुनिया को क्या ही पता है,
क्या मेरा हाल पता है?
नाम जान कर करते हैं बातें
मुझे समझने की
अजी, मैं वो शायर हूँ
जिसके होठों पर
शायरी का काफ़िला है।
बावस्ता हूँ भी गर मैं #thought#Shayari#khayal#shayar_ka_dill
Sandhya Maurya
मैं बांधता हूँ उस डोर को जो तुझसे मुझतक आती है
थम जाती हैं निगाहें मेरी जब तू मुस्कुराती है।
तेरी आँखों के काजल काम करते हैं स्याही का
कभी जो बरसें मोती तो एक कहानी लिख जाती है।
मैं रखता हूँ संग अपने आज भी ख़याल तेरे
तेरी नादानियाँ बिन बोले बहुत कुछ कह जाती है। #Quotes#evening#lovequotes#RandomThought#nazm#khayal#hindi_quotes#hindi_poetry
उत्तरकाशी में गोमुख के मुहाने से निकलते हुएअलकनंदा और भागीरथी मिलकर जब आगे
बढ़ती हैं तो होता है उद्गम पतित-पावनी निर्मल
गंगा का।जो आगे बढ़ते हुए प्रदान करती है
सद्भावना समस्त प्राणियों को।
गंगा का अविरल, निरंतर अर्थात बिना रुके हुए बहने वाला रूप, श्वेत रंग लिए हुए प्रदर्शित करता है उसकी शांति, नम्रता और विनम्रता को।
जो बिना मार्ग से भटके, असीमित पर्वतों और चट्टानों को पार करते हुए धरती पर नवजीवन का संचार करती है। इसलिए तो इसे माँ कहा जाता है। जो मोह रूपी भावों से परे अपनी ममतामयी क #Mythology#Gangotri#Uttarakhand#river#Ganga#saraswati#yamuna#Triveni#kashi#Prayag#Bhagirathi