मेरी सारी हसरतें मचल गयी..
जब तुमने सोचा एक पल के लिए
अंजाम-ए- दीवानगी क्या होगी
जब तुम मिलोगी मुझे उम्र भर के लिए
हैप्पी प्रोपोज़ डे
Sharik Zafar Salmani
घमण्ड न रहा न रहेगा
Sharik Zafar Salmani
हक़ हुस्न ऐ मोह्बत का अदा कौन करेगा
जब हम ही न होंगे तो वफ़ा कौन करेगा।
या रब मेरे दुश्मन को सदा रखना सलामत वरना मेरे मरने की दुआ कौन करेगा।। punjabi jatt Sahani Baleshwar Ritika suryavanshi pooja negi# Dev maurya
Sharik Zafar Salmani
कुछ अल्फ़ाज़ की तरतीब से बनती है शायरी
कुछ चेहरे भी मुकम्मल गजल हुआ करते हैं
Sharik Zafar Salmani
Sharik Zafar Salmani
फिर ऐसा हुआ कि सब्र की उंगली पकड़कर हम
इतना चले की रास्ते हैरान रह गए
Sharik Zafar Salmani
Sharik Zafar Salmani
आज हिचकियों पर
हँसी आई है
भला मेरी याद
किसे आई है .......
Sharik Zafar Salmani
Sharik Zafar Salmani
ज़िन्दगी में, तन्हा चल रहे है तो क्या हुआ..
जनाज़े में होगा,
सारा शहर.. देख लेना...!!