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ashishmanitripat4465
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Ashish Mani Tripathi

I am simple and sweet person

https://www.youtube.com/channel/UCB7fbhhSqwcfPLqb5RmTQvQ

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Ashish Mani Tripathi

उस अंधेरी रात की एक निशानी लिए
हम जगे रात भर नयन में पानी लिए..😢😢
थे खुले सारे पन्ने हम पलटते रहे
जिसमे खत को रखा था छिपाये कभी
उन अंधेरी में लिखावट थे पढ़ते मगर
उन्ही यादों के देरे में बसाया था घर
उस घर का आशियाना ना बसा हम सके
और सिसके बहुत एक कहानी लिए
हम जगे रात भर......😓😓 #poet
#kavi
#poetry
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Ashish Mani Tripathi

मैं अपने शहर का "आवारा"ही ठीक हूँ😎 https://youtu.be/K2ySi4cIsxU

https://youtu.be/K2ySi4cIsxU

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Ashish Mani Tripathi

मेरे सब आज जिन्दा हैं
इन आँखो के खाब जिन्दा हैं
मिटा दो तुम भले लाशे मेरी... मेरे अपने ही कब्रो से
जमाने की हर धड़कन में मेरे अल्फ़ाज़ जिन्दा हैं
बड़े मगरूर हो करके मेरे दिल को बदनाम था कर डाला...
जरा सा देख लो जाकर ..उन्ही दफ़्न सीनों में ना जाने कितने राज़ जिन्दा हैं #लाश
#सीने
#धड़कन
#याद
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Ashish Mani Tripathi

सुबह के उदय में भी सूर्य दिखा था 
ढलते किरणों में भी सूर्य छिपा था
तारों संग भी सूर्य 
संग चंदा के भी सूर्य खड़ा था
फिर ना जाने कौन सी रोशनी की चाहत में 
हम सारी उम्र गुजार गए
जलते बदन को भी छांव मिली थी
वो शीतल पीपल हर गांव मिली थी
वो दोपहर की जो लू थी ...बनी शाम की ठंडक
हर घोसले को चिड़िया मिली और कौवे को काँव मिली थी
फिर ना जाने कौन सी ठंडक की चाहत थी
 जो अपने तन मन को जलाते गए
हर अपनो का जहां प्यार मिला था
जहां आस पास सब साथ रहा था
जहाँ हंसी गम या हो खुशी के आँशु
कही कंधा तो कही उंगली तैयार मिला था
फिर ना जाने किसके साथ को
हम अपनो से भी बैर लगाते गए #dard
#jaroorat
#samajh
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Ashish Mani Tripathi

मैं निकम्मा अड़ियल जिद्दी और वक्त का मारा ही ठीक हूँ
कई होंगे यहाँ पर साथ तुम्हारे, मैं यहाँ बेसहारा ही ठीक हूँ
बेसक अपनी सियासत के तुम होगे जीते हुए कोई सिकंदर
मैं पोरस अपनी ही जमीन पर यहां हारा ही ठीक हूँ
और......रुआब रुतबा इज़्ज़त दौलत बेसक़ होगी शान तुम्हारी
तुम होगे शाही मेहमान कहीं के, मैं अपने शहर का आवारा ही ठीक हूँ #आवारा
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Ashish Mani Tripathi

मैं निकम्मा अड़ियल जिद्दी और वक्त का मारा ही ठीक हूँ
कई होंगे यहाँ पर साथ तुम्हारे, मैं यहाँ बेसहारा ही ठीक हूँ
बेसक अपनी सियासत के तुम होगे जीते हुए कोई सिकंदर
मैं पोरस अपनी ही जमीन पर यहां हारा ही ठीक हूँ
और......रुआब रुतबा इज़्ज़त दौलत बेसक़ होगी शान तुम्हारी
तुम होगे शाही मेहमान कहीं के, मैं अपने शहर का आवारा ही ठीक हूँ #आवारा
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Ashish Mani Tripathi

 #puraniyaad
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Ashish Mani Tripathi

 #nature
#rain
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Ashish Mani Tripathi

किसी रोज तकिये से लिपटे,सिमटे से वो सो रहे थे
जुल्फे ऊपर आ गिरी थी लब भी छूते जा रहे थे
तब कोसता मैं अपनी तकदीर को काश वो बस खोल बनता
लिपटी उनसे हर रात होती मिलती नर्म बाहों की माला #love
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Ashish Mani Tripathi

 #कबीरदास
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