#Friendship
एक अरसा गुजार आये हम दोस्तों के बिना,
ऐसा लगता ही नहीं की कभी था कोई दोस्त भी अपना |
अब तो मशरूफ है सभी अपने-अपने मकामों में,
किसे वक़्त की पलट कर देखे गुजरे ज़माने में,
मशरूफियत तो देखिये उनकी,
वक़्त देकर भूल गए अपने ही,
वो वक़्त भी क्या बेमिसाल था, #Hindi#Dosti#kavita#कविता#यादें