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tarunkak2014
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tarun kak

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tarun kak

logo ko dekh kar 
kabhi kya har baar etna khamosh 
ho jaata hu ki meri khud ki aawaj
tak muje sunaai nahi deti

©tarun kak
  #phool
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tarun kak

छोटी छोटी ठोकरे दर्द नहीं देती 
गहरे दर्द के लिए गहरी चोट लगना 
भी जरूरी है

©tarun kak
  #दर्द
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tarun kak

रूठना फितरत होती है।
मनाना कोशिश होती है। 
कोशिश हम कर सकते है।
पर फितरत कोशिश से ऊपर होती है।

©tarun kak
  #mountain
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tarun kak

#Babashaib
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tarun kak

जिम्मेदारियां सब निभाऊंगा पर खुद अकेला रह जाऊंगा
सबका ख्याल रखूंगा पर सबसे दूर हो जाऊंगा 
हर भटके हुए इंसान का रास्ता सहारा बनुगा
पर खुद उसी रास्ते पर इंतजार करने को रुक जाऊंगा
खुद जल कर सबको रोशनी दूंगा
अपने लिए हमेशा बंद कमरे का अंधेरा रहूंगा
जिम्मेदारियां सब निभाऊंगा पर खुद अकेला रह जाऊंगा

©tarun kak
  #जिम्मेदारियां
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tarun kak

यहां किसी का कुछ नही गया 
लड़ने वाले लड़े झगड़ने वाले झगडे
ना किसी ने कोई कसर चोड़ी
ना कोई रुका ना कोई शांत हुआ 
मेने तो हथियार भी नहीं उठाया 
फिर भी नुकसान सिर्फ मेरा हुआ 
अकेला में हुआ तन्हा में हुआ 
रोया भी में अपने आप को खोया भी में 
सब चले गए में यही हु आस पास देखा
सब अब बोलते है नहीं में नहीं हूं
यह किसी का कुछ नही गया
जो भी गया सब कुछ मेरा गया

©tarun kak
  # मेरी क्या गलती

# मेरी क्या गलती #शायरी

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tarun kak

#काफी_है
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tarun kak

अपना आईना ना बन पाया में।
कैसा हु समझ नहीं पाया में।
निकलता हु जब भी घर से। 
निगाहे घूरती है मुझे हर रोज।
न जाने क्या सोचते है सब। 
उनको सुन नहीं पाया। 
अपना आईना ना बन पाया में। 
कैसा हु समझ नही पाया में।

©tarun kak
  #समझ
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tarun kak

कोई दिल में ये वहम ना पाले 
की हमे उनसे कुछ भी चाहिए
हमे जो चाहिए था हमने वो 
कब का समेट लिया है

©tarun kak
  #veham
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tarun kak

हर रोज एक नई सुबह से नई शुरुआत करता हु 
पर शाम आते ही वही ठहर जाता हु 
में नहीं चाहता उसे भूलना 
फिर भी बिना मतलब की 
कोशिश करता रहता हु

©tarun kak
  # कोशिश

# कोशिश #शायरी

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