ज़िन्दा तो हूं ,पर ज़िन्दगी कहीं खो सी गई है
चलती तो हूं,पर राहें कहीं थम सी गई है।।
हर रोज लड़ती हूं खुद से, चंद सांसों के लिए,
सुबह से शाम तक चलती हूं, खोई हुई राहों के लिए ।
मिल जाएं अगर राहें ,तो मंजिल तलाश लेंगे
सासों से रोज लड़कर , ज़िन्दगी संवार लेंगे । #CloudyNight#poetryunplughed
#We_are_all_broken
में गिरने लगूं तो वो संभाले मुझे
मंजिल पाने के सफर में
गर थक जाऊं में कभी
तो अपनी बाहों में वो सुला ले मुझे
रुक जो मेरी सांसे तो
सिर उसकी गोद में हो मेरा
बस यही एक आखिरी हसरत है मेरी उससे।। #Bawari
Bawari
क्या लिखूं???
कुछ दूर लिखूं
कुछ पास लिखूं
कुछ अपनों का अहसास लिखूं
यादों के काले साए में
मै इस दिल की फरियाद लिखूं में
क्या लिखूं में।।
मुस्कुराने की वजह पूछते हो
कभी खामोशी की वजह पूछो ना
फुरसत मिले खुद से तो
कभी दो पल साथ बैठो ना ।
मेरी खुशी में शामिल हो , मेरे साथ हसते हो
कभी मेरे गम में ,मेरे साथ, दो आंसू बहाओ ना
मुस्कुराने की वजह पूछते हो
कभी खामोशी की वजह पूछो ना।। #poem#Bawari
Bawari
तू चाह कर भी जिसे भुला ना सके
वो अहसास हूं में
तुझमें शामिल तेरा ही एक ख्वाब हूं में
कोशिश ना कर मुझसे दूर जाने की
भूल ना सकेगा जिसे वही एक याद हूं में
तुझमें शामिल तेरा ही एक ख्वाब हूं में।।
जायज नाजायज हर रिश्ते का पैग़ाम हूं #story#Bawari
Bawari
#Life_Story चुप रहकर भी सारे राज खोलती है
क्यों की आंखे भी बोलती है
खुशी में और गम में दोनों में रोती है
क्या वजह है आंसूओं की
उसके राज खोलती है
क्यों की आंखे भी बोलती है
गुस्सा ,प्यार,नफरत,
सब जताती है #poem
Bawari
रिश्ता तो नहीं है कोई तुमसे ,
फिर भी बहुत खास हो तुम
दूर तो बहुत हो,फिर भी आस पास हो तुम
क्यों की बहुत खास हो तुम।
राख के ढेर में छुपी हुई आग हो तुम
काटी ना जा सके अकेले दिसंबर की वो सर्द रात हो तुम
क्यों की बहुत खास हो तुम।।
#story
Bawari
दिल और दिमाग की जंग से निकालना है मुझे
और आज फिर खुद से मिलना है मुझे
ना उड़ना है मुझे
ना बहना है मुझे
और अब नहीं कुछ कहना है मुझे
अपने खुले आसमां में सुकून से रहना है मुझे
आज फिर खुद से ही मिलना है मुझे
#poem