जैसे सूर्य जगमगाता है चंदा को अपने आग़ोश से निकलते धूप से,
जैसे तारे टिम टिमाते हैं धरती की छाती से चिपक कर ही,
क्या ऐसे ही किसी रात, उस नदी के किनारे मेरी बाहों को भरोगी तुम?
✍️❤️.....
#alone life #lifequotes#lifelessons#lifequote#lovelife#poem poetry #SAD Love