## तुम्हे देखने को आज चांद निकल आया है
इसलिए आज धूप से पर्दा करवाया है
ना देखे उसकी चांदनी को कोई आज
इसलिए जुगनू और तारों का पहरा लगवाया है
poet of sharanpur
poet/ kuldeep singh रुहेला
Kuldeep Singh Ruhela
#चांद और तू और में
poet of sharanpur
kuldeep singh रुहेला #शायरी
Kuldeep Singh Ruhela
केकेके#कई सवालों के जवाब लिखने बैठा हूं
कोई जवाब आए इस सोच में बैठा हूं
करता हूं बहुत कोशिश समझाने की मन को
इसी इंतजार मे तेरी नजर के सामने बैठा हूं! #शायरी
Kuldeep Singh Ruhela
#sadak
j#खुल गया है द्वार देखो रचना दर्शन का
मिलेगा मौका आज फिर पढ़ने का
चलो मिलकर एक नई पहचान बनाते है
मिलकर सारे एक एक रचना को गड़ जाते हैं!
कुलदीप सिंह रुहेला
सहारनपुर उत्तर प्रदेश #शायरी
#AzaadKalakaar
मेरा भारत जीत गया एक मुक्तक
मेरा भारत जीत गया
🏆🏆🏆🏆🏆🏆
जीत गया देखो भारत आज
सपनो को सच कर दिखाया आज
रोंध कर पाकिस्तान को अपने कदमों तले #शायरी