आज़ाद ही थी तू हर दम.. बस दुनियां इतनी बेरहम है यही बताया था तुझे.. सच है बेटी है तू.. इसलिए तुझे बस बेटी माफिक समझाया था.. नज़रों में तेरी गुनहगार हूं.. हां बेटी मैं जो एक बेटी का बाप हूं.. ना जकड़ बंदिशों में तू ख़ुद को.. मैने कल्पना में भी ना तुझको यों संस्कारों की जंजीरों में कैद पाया.. उठ तू रूप काली का भी है गौरी का भी.. तू संसार अपना बना.. आज़ाद है मेरे अनकहे लफ्ज़ों से तू.. ये संसार खुली किताब है.. तू अपने शब्द खुद लिख इनपर.... #betibachao #zindgiekpaheli #betiya_anmol_hoti_hai #yqdidi #yqbaba #inspiration #YQkanmani #YourQuoteAndMine Collaborating with கவிதைப்பலகை