माँ खुदा का नूर है इस ज़मीन पर कोहीनूर है है ज़माने को घमंड आलिशान शानो शोहकत पर नावाकीफ की मेरे माँ के पैरो के नीचे जन्नत भी धुल है by. saif ali live माँ खुदा का नूर है इस ज़मीन पर कोहीनूर है है ज़माने को घमंड आलिशान शानो शोहकत पर नावाकीफ की मेरे माँ के पैरो के नीचे जन्नत भी धुल है