तहजीब बरसती है अल्फाजो से, पहले आप पहले आप का बोलबाला हैं..... फेमस है शर्मा जी की चाय, गंज की गलियों का अपना अलग फ़साना है, लज़ीज़ बिरयानी, गलौटी कावाब, शरमल, नाहरी और कुलचे ये तो हुई स्वाद की बात, चिकन की कुर्तियों का आज भी जमाना दीवाना है, सुनता नहीं सेवक भी किसी की ऊंची आवाज़ ,हर सख्स खुद में ही राजा हैं...…. जी हां ये शहर है नवाबों का (लखनऊ) यहां का ढंग जरा निराला है। ©Zainab siddiqui #merasehar #Trees