तुम पूछते हो न कि ये अल्फाज दर्द में कैसे लिपट जाते हैं ? बस यूँ समझ लो मेरे अपनों के अश्क शब्दों में ढल जाते हैं। #शून्य #अश्क_और_मैं #अहसास_दर्द_का #जिद्दी_मन_की_आवाज #ख्यालोंकीबातें #कैसेभूलजाऊं #कुछतोलोगकहेंगे