____________पर्यावरण दिवस___________ गाड़ियों का बड़ा काफिला आकर रुका। बड़े साहब उतरे। कुछ ज्यादा जल्दी में लग रहे थे । "ये मैदान साफ क्यूँ नहीं हुआ अब तक" मातहतों पर गरजे। "और मंच का इंतजाम हो गया।" "ठेकेदार को बुलवाईये। काम जल्दी पूरा करवायें। " और कुछ दिनों बाद काम शुरू गांव की कोमल, उपजाऊ मिट्टी मोटे कांक्रीट से दबायी गई। पार्किंग मैदान के सुंदर घास टायरों के नीचे कुचले गये। सैकड़ों बांस बल्लियों से मंच बना। फूलों, मालाओं, गुलदस्तों को स्वागत-सत्कार में बर्बाद किया गया। अंततः नेता जी ने एक पौधा लगाया। बाकियों ने फोटो खिंचवाया। #environment_day #पर्यावरणदिवस