चिराग़ - ए - उल्फ़त का जला कर ना जाने क्यों वो खफ़ा हो गए हम तन्हाई में ढूढते रहें अपना अक्स वो क्यों हमसे अब जुद़ा हो गए दिल - ए - कसूर क्या था हम सोचते रहें सुना है वो किसी और पर फ़िदा हो गए वो अहद - ए - वफ़ा निभाते रहें और हम बिना बात ही बे - वफ़ा हो गए जिन्दगी के कई रंग है " Queen "अब मुफ़लिसी में भी जिन्दगी रज़ा हो गए ।। #zindagi_ke_rang_queen_sang #squeen #zindagi_ke_musafir #dard #life #मुफ़लिसी #yqdidi #potery