खुदा हो के तू गर खुशियां छीन ले....तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही मुश्किलों में गर तू उनसे लड़ने की हिम्मत छीन ले...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही तेरे चाहने वालों पर अगर दरिंदगी जीत ले...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही किसी हस्ते कि आंखों से गर तू आंसू तक भी छीन ले...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही के खुद खुदा हो के गर तू इंसानियत भूल जाए....तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही कहते हैं..."तेरे घर देर है अंधेर नहीं"...पर देर में गर बड़ी देर हो जाए..तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही तेरे होते अगर सच जीत कर भी हार जाए...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही की ए-खुदा....तू भले सब कुछ भूल जाए...पर मै नहीं तो त्यार रहना जिस दिन मिलूंगा तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही..!! ✍__Hc खुदा हो के तू गर खुशियां छीन ले....तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही मुश्किलों में गर तू उनसे लड़ने की हिम्मत छीन ले...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही तेरे चाहने वालों पर अगर दरिंदगी जीत ले...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही किसी हस्ते कि आंखों से गर तू आंसू तक भी छीन ले...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही के खुद खुदा हो के गर तू इंसानियत भूल जाए....तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही कहते हैं..."तेरे घर देर है अंधेर नहीं"...पर देर में गर बड़ी देर हो जाए..तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही तेरे होते अगर सच जीत कर भी हार जाए...तो तुझसे सवाल तो पूछूंगा ही की ए-खुदा....तू भले सब कुछ भूल जाए...पर मै नहीं