ये जिंदगी मेरी सख़ा है,कभी ये खुश है,कभी ये ख़फा है। ये जिंदगी कभी बहुत हसाती है,कभी ये बहुत रूलाती है,कभी ये हमदम है,कभी ये बेवफा है। कभी ये शिखर पर ले जाती है,कभी ये एकदम से नीचे पटकाती है। ये कैसी भी हो भला पर गुरी ये जीनें का ढंग सिखलाती है। गुरी रामेआना #hindishayri #hindipoetry #hindiqoutes #hinditoughts #poetrys #writers #hindisongs #punjabiwriters