बहुत कुछ कहता है, सुनो तो, ये क्या क्या सहता है,, कभी तन्हाइयों का मर्म , कभी बेवफाइयों का दर्द,, में ये रहता है... इश्क ने खुशियां जलाई इसकी, काफिर ने धड़कन दबाई जिसकी, उसिका जाहिद लबों से बहता है,, अंदर का शोर.. ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1116 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ इस महीने दिल खोलकर लिखें। 😊 #अंदरकाशोर #मुख्यप्रतियोगिता #KKC1116 #YQDIDI #कोराकाग़ज़ #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़