जिसे हम खुद से भी ज्यादा चाहें वो आखिर खुद हंसते हुए और हमें रोते हुए क्यो छोड़ जाता है, अब तो हमें इंतजार है हमारे जिन्दगी के आखिर पन्नो का, सुना आखिर में सब ठीक हो ही जाता हैं। ©Abhishek Kumar Pandey #Heartless_poet