“रूढ़िवादिता एक चिंतन ये एक बहुत ही महत्वपूर्ण सामाजिक विचाराधारा है जो पारंपरिक मान्यताओं का अनुकरण करता है एक तरह से कुरीति ही है जिसका कोई तार्किक वैज्ञानिकता से कोई लेना देना नहीं होता। यह सामाजिक, राजनीतिक और नैतिक समुच्चय है जो प्रचलित है। कितनी सारी स्त्रीयों की दहेज़ लड़कियां पैदा होने पर ही उन्हें मार दिया जाता है। जिस में दहेज प्रथा, लिंग भेद, नारी शिक्षा, नारी सम्मान, और जाति व्यवस्था इत्यादि सभी सामाजिक बंधनों को तोड़ना है। जाति वर्ण, लिंग के आधार पर काम बांटना, लड़कियों के पढ़ाई नौकरी के बाद भी दहेज देना, विवाह बाद बेटी से काम ना करा कर बहू से करवाना इत्यादि बहुत सारी सामाजिक कुरीतियां हैं जिन्हें तोड़ना बहुत जरूरी है। #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkpc19 #विशेषप्रतियोगिता