तू तो स्वामी है इस जग का नर हो चाहे नारी, कुछ दिन देख बैठकर भीतर माया के सब रूप, साक्षी भाव में समझ सकेगा जीवन अंधा कूप। 🌹#good morning ji🌹☕☕☕☕🍫🌹🙏🤓💕 क्या कोई सम्बंध देखा है कहीं प्रकृति भाव में, न कोई नर, न मादा है वहां, है तो बस प्राण, पुरूष है अकेला